पटना: कोरोना महमारी को लेकर सरकार ने राज्य के अधिकांश मेडिकल कॉलेज अस्पतालों को कोविड हॉस्पिटल बना दिया है. ताकि कोरोना मरीजों का इलाज हो सके. लेकिन कोरोना के अलावे भी अन्य कई बीमारियों से पीड़ित मरीज अस्पताल का चक्कर काट रहे हैं. लेकिन कोविड का हवाला देकर उनका इलाज नहीं किया जाता है या फिर भर्ती नहीं किया जा रहा है.
बता दें कि नालन्दा मेडिकल कॉलेज अस्पताल को कोविड अस्पताल घोषित करने से पटना साहिब समेत इस इलाके के लोगों को अन्य इलाज करवाने में काफी परेशानी हो रही है. वहीं, गुरु गोविंद सिंह अस्पताल की भी स्थिति बदहाल है. यहां 410 बेड लगया गया है. लेकिन सरकारी उदासीनता के कारण यहां मरीजों का इलाज नहीं होता है.
'राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था है फेल'
इस अस्पताल में अधीक्षक नहीं है. वहीं, 40 डॉक्टर हैं लेकिन कोई भी ड्यूटी पर तैनात नहीं रहते हैं. जांच की सुविधा है लेकिन किसी मरीज की जांच नहीं की जाती है. अस्पताल की व्यवस्था को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधि बलराम चौधरी ने सराकर पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कोरोना महामारी के समय में राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को फेल बताया.