पटना: बिहार में अन्य राज्यों से प्रवासी मजदूरों के लौटने का सिलसिला जारी है. इसके लिए सरकार ने श्रमिक स्पेशल ट्रेन की व्यवस्था की है. वहीं, बुधवार को जन अधिकार पार्टी के प्रमुख पप्पू यादव ने मीठापुर बस स्टैंड से मजदूरों को उनके गृह जिले पहुंचाने के लिए चार बसों को रवाना किया. इस दौरान उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा.
जाप प्रमुख पप्पू यादव ने कहा कि कोरोना संकट काल में सरकार की व्यवस्था फेल साबित हुई है. गरीब मजदूर लाठी-डंडे खाकर अपने राज्य पहुंचे और यहां भी उन्हें कोई सुविधा नहीं मिली. उन्होंने कहा कि गरीबों को वापस लाने के मुद्दे पर 41 दिनों तक सरकार चुप रही, फिर कहा कि उनके पास कोई साधन नहीं है.
'22 हजार प्रवासी मजदूरों को भेजी मदद'
पप्पू यादव ने कहा कि हमने दिल्ली से 450 बसों से मजदूरों को बिहार के लिए रवाना किया. साथ ही जन अधिकार पार्टी ने इस संक्रमण काल के दौरान 22 हजार प्रवासी मजदूरों के अकाउंट में पैसे भी भेजे. उन्होंने कहा कि आज मधेपुरा , किशनगंज, कटिहार, सुपौल के लिए 4 बसों को मजदूरों को उनके जिले पहुंचाने के लिए रवाना किया गया है.
सुशासन ने खत्म कर दिया लोकलाज- पप्पू यादव
जाप प्रमुख ने कहा कि ये बसें पूरे जून महीने में लोगों को पहुंचाने का काम करेगी. वहीं, अमित शाह की वर्चुअल चुनावी रैली पर निशाना साधते हुए पप्पू यादव ने कहा कि वर्चुअल लड़ाई नहीं लोकतंत्र और लोगों को बचाने की लड़ाई लड़नी चाहिए. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के सुशासन ने लोकलाज को खत्म कर दिया है.