पटना: दो सप्ताह पहले बाइक सवार पांच अपराधियों ने पूर्व मुखिया की गोली मारकर हत्या कर दी थी. जिसके बाद इलाके में दहशत का माहौल हो गया था. वहीं, मृतक के भाई रामाशीष वर्मा ने दुल्हिन बाजार थाना में पांच अज्ञात अपराधियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. हत्या के बाद पूर्व मुखिया समर्थकों ने अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए सड़क जामकर हंगामा भी किया था.
ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा
बता दें कि 8 नवम्बर को मॉर्निंग वॉक के दौरान बाइक सवार अपराधियों ने एनखा भीमनीचक पंचायत के पूर्व मुखिया संजय वर्मा की गोली मारकर हत्या कर दी थी. मृतक के भाई ने अज्ञात अपराधियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. जिसके बाद ब्लाइंड केस का खुलासा करना और हत्या में शामिल अपराधियों को गिरफ्तार करना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई थी. वहीं, पूर्व मुखिया के समर्थक सड़क पर उतरकर अपराधियों की जल्द गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे.
तीन अपराधी पुलिस के हत्थे चढ़े
पूर्व मुखिया हत्याकांड को पटना एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने गम्भीरता से लेते हुए ब्लाइंड केस का खुलासा करने में जुटे रहे. वहीं, पालीगंज डीएसपी तनवीर अहमद के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया. जिसके बाद टीम लगातार अपराधियों पर नजर रख रही थी आखिरकार तीन अपराधी पुलिस के हत्थे चढ़ ही गए.
पालीगंज डीएसपी तनवीर अहमद ने बताया कि हत्या कांड का लाइनर पूर्व मुखिया संजय वर्मा का करीबी था. हत्या में मंटू कुमार की भूमिका लाइनर की रही है. वह घटना के एक सप्ताह पहले से ही अपराधियों को पूर्व मुखिया की हर हरकत की जानकारी दे रहा था.
उन्होंने बताया कि वारदात के दिन पूर्व मुखिया हर दिन की तरह टहलने निकले थे पहले से घात लगाए बैठे अपराधी बाडीचक गांव के बिकु कुमार और पालीगंज महमदपुर निवासी चंदन ने दो अन्य अपराधियों के साथ गोलियों की बौछार कर दी. जिससे वे गम्भीर घायल हो गये लेकिन पटना में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
फरार आरोपियों की गिरफ्तारी जल्द
वहीं, डीएसपी तनवीर अहमद ने बताया कि हत्या के मुख्य सरगना की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार प्रयासरत है. फरार हत्या आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर पुलिस हवालात के अंदर कर देगी.