पटना: राज्य में कोरोना महामारी के दौरान ऑक्सीजन की किल्लत से निपटने को लेकर केंद्र और राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है. इसी क्रम में पेट्रोलियम मंत्रालय ने राज्य के 9 मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगाने का फैसला किया है.
ये भी पढ़ें : पटना: CM आवास में भी पहुंचा कोरोना, सचिव से लेकर कई अधिकारी कोरोना पॉजिटिव
ऑक्सीजन की नहीं होगी कमी
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि 9 मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगने से कोरोना मरीजों को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिलेगा. साथ ही भविष्य में इन अस्पतालों में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं होगी. साथ इस फैसले को लेकर मंगल पांडेय ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान का आभार व्यक्त किया.
21 करोड़ 46 लाख होंगे खर्च
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने बताया कि राज्य के NMCH पटना, JKTMCH मधेपुरा, विम्स राजगीर और MNMCH गया में 2500 LPM क्षमता वाला और PMCH में 5000 LPM क्षमता वाला ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट ऑयल इंडिया लिमिटेड की तरफ से लगाया जाएगा. इसके आदेश दिए जा चुके हैं. इस पर कुल 21 करोड़ 46 लाख खर्च आएगा. दूसरी ओर SKMCH मुजफ्फरपुर, DMCH दरभंगा, JLNMCH भागलपुर और MGKMCH बेतिया में दो हजार लीटर प्रति मिनट क्षमता वाला ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट नमलीगढ़ रिफायनरी लिमिटेड की तरफ से लगाया जाएगा.
इसे भी पढ़ें : बिहार में टीका पॉलिटिक्स: लालू ने याद दिलाया 96 वाला काल, बीजेपी बोली- 93 भी याद होना चाहिए
अंतिम वर्ष के छात्रों की ली जाएगी सेवा
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों की संख्या बढ़ाने की दिशा में लगाता कोशिश की जा रही है. कोरोना महामारी में अब एमबीबीएस और नर्सिंग शिक्षा से जुड़े अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राएं भी अपनी सेवा देंगे.
'इसके लिए एमबीबीएस छात्रों को 15 हजार, बीएससी नर्सिंग के छात्र-छात्राओं को 14 हजार और जीएनएम के छात्र-छात्राओं को 12 हजार प्रतिमाह मानदेय दिया जाएगा. नियुक्त ऐसे छात्र-छात्रों को कोरोना काल में की गई 100 दिन की सेवा को एक वर्ष के बराबर मानते हुए नियमित नियुक्ति में अंकों में इसका लाभ मिलेगा'. : मंगल पांडे, स्वास्थ्य मंत्री