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ऑक्सीजन सिलेंडर का स्टॉक खत्म, सप्लाई प्लांट पर मजिस्ट्रेट तैनात

सूबे में कोरोना की दूसरी लहर तेजी से फैल रही है. जिसके कारण सरकारी और निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग बढ़ गई है. इसको देखते हुए जिला प्रशासन ने ऑक्सीजन गैस सप्लाई करने वाले सभी तीनों प्लांटों पर मजिस्ट्रेट रैंक के अधिकारियों की तैनाती की है.

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Published : Apr 16, 2021, 3:30 PM IST

PATNA
अस्पतालों में ऑक्सीजन आपूर्ति में कमी

पटना: कोरोना की दूसरी लहर कहर बरपा रही है. दानापुर के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर के स्टॉक खत्म हो चुके हैं. अस्पताल प्रशासन भी अपने हाथ खड़े कर रहे हैं. इसको देखते हुए जिला प्रशासन ने ऑक्सीजन गैस सप्लाई करने वाले सभी तीनों प्लांटों पर मजिस्ट्रेट रैंक के अधिकारियों की तैनाती की है.

ये भी पढ़ें....'जान भले ही जोखिम में रहे, अब रोने ना दूंगी, बच्चे की चीख सुन फट जाता है मेरा कलेजा'

बिहार सरकार से ऑक्सीजन की मांग
दानापुर के कमोबेश सभी अस्पतालों की हालात ऐसी ही है. हाईटेक अस्पताल और समय हॉस्पिटल जैसे कई और अस्पतालों से मरीजों को निकाल कर दूसरे अस्पतालों में ले जाने का सिलसिला शुरू हो गया है. अस्पताल प्रशासन अपने यहां ऑक्सीजन नहीं होने की बात कह रहा है और सरकार से ऑक्सीजन की मांग की जा रही है. ऐसे में सैकड़ों कोविड-19 मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर के अभाव में दूसरे अस्पतालों ले जा रहे हैं. मरीजों की मौत का सिलसिला भी शुरू हो गया है.

अस्पतालों में ऑक्सीजन आपूर्ति में कमी,

ये भी पढ़ें...कटिहार में मोबाइल ने बच्चे के दिमाग से खेला 'गेम', खेल-खेल में चली गई जान.

अस्पतालों की बदहाल दशा
हाइटेक हॉस्पिटल में ऑक्सीजन के अभाव में एक मरीज की मौत हो गई. वहीं लगभग 17 मरीजों को दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट किया गया है. समय हॉस्पिटल में भी लगभग 98 कोरोना पॉजिटिव मरीज भर्ती थे. जिसमें से लगभग 28 कोरोना पॉजिटिव मरीजों को ऑक्सीजन ना होने के कारण दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट कर दिया गया. बचे हुए मरीजों को भी दूसरे अस्पतालों में जाने की बात कह दी गई है. नए मरीजों की संख्या भी प्रति घंटा बढ़ती जा रही है.

हर जगह ऑक्सीजन की कमी
अस्पताल के गेट पर कोरोनावायरस मरीज हैं लेकिन उन्हें भर्ती नहीं लिया जा रहा है. ऐसे में कहा यह जा रहा है कि ऑक्सीजन की कमी की वजह से ज्यादा मरीज अब मौत के करीब पहुंच गये हैं. मौत का सिलसिला शुरू हो चुका है. ऐसे में सरकार को सभी प्राइवेट अस्पतालों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराने चाहिए.

जल्द ऑक्सीजन मुहैया कराने का आश्वसन
पटना के जिला अधिकारी ने जल्द ही सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन मुहैया कराने की घोषणा की है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है. अभी तक किसी अस्पताल में ऑक्सीजन पहुंच नहीं पाई है. अस्पताल के जानकार की मानें तो आमतौर पर ऑक्सीजन की जितनी प्रतिदिन खपत होती है, फिलहाल उसका सात गुना चाहिए. अन्यथा अस्पतालों से कोविड मरीजों को डिस्चार्ज करना होगा.

ऑक्सीजन के अभाव में जा रही है जान
पटना राजधानी के तमाम अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत है. ऑक्सीजन के अभाव में एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल ले जाने के क्रम में कई मरीजों की सांस थम जा रही है और परिजन रोड पर ही रोने-चिल्लाने लग रहे हैं. अब देखना यह है कि सरकार की नींद अब भी खुलती है या ऑक्सीजन के आभाव में मौतें होती रहेंगी.

पटना: कोरोना की दूसरी लहर कहर बरपा रही है. दानापुर के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर के स्टॉक खत्म हो चुके हैं. अस्पताल प्रशासन भी अपने हाथ खड़े कर रहे हैं. इसको देखते हुए जिला प्रशासन ने ऑक्सीजन गैस सप्लाई करने वाले सभी तीनों प्लांटों पर मजिस्ट्रेट रैंक के अधिकारियों की तैनाती की है.

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बिहार सरकार से ऑक्सीजन की मांग
दानापुर के कमोबेश सभी अस्पतालों की हालात ऐसी ही है. हाईटेक अस्पताल और समय हॉस्पिटल जैसे कई और अस्पतालों से मरीजों को निकाल कर दूसरे अस्पतालों में ले जाने का सिलसिला शुरू हो गया है. अस्पताल प्रशासन अपने यहां ऑक्सीजन नहीं होने की बात कह रहा है और सरकार से ऑक्सीजन की मांग की जा रही है. ऐसे में सैकड़ों कोविड-19 मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर के अभाव में दूसरे अस्पतालों ले जा रहे हैं. मरीजों की मौत का सिलसिला भी शुरू हो गया है.

अस्पतालों में ऑक्सीजन आपूर्ति में कमी,

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अस्पतालों की बदहाल दशा
हाइटेक हॉस्पिटल में ऑक्सीजन के अभाव में एक मरीज की मौत हो गई. वहीं लगभग 17 मरीजों को दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट किया गया है. समय हॉस्पिटल में भी लगभग 98 कोरोना पॉजिटिव मरीज भर्ती थे. जिसमें से लगभग 28 कोरोना पॉजिटिव मरीजों को ऑक्सीजन ना होने के कारण दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट कर दिया गया. बचे हुए मरीजों को भी दूसरे अस्पतालों में जाने की बात कह दी गई है. नए मरीजों की संख्या भी प्रति घंटा बढ़ती जा रही है.

हर जगह ऑक्सीजन की कमी
अस्पताल के गेट पर कोरोनावायरस मरीज हैं लेकिन उन्हें भर्ती नहीं लिया जा रहा है. ऐसे में कहा यह जा रहा है कि ऑक्सीजन की कमी की वजह से ज्यादा मरीज अब मौत के करीब पहुंच गये हैं. मौत का सिलसिला शुरू हो चुका है. ऐसे में सरकार को सभी प्राइवेट अस्पतालों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराने चाहिए.

जल्द ऑक्सीजन मुहैया कराने का आश्वसन
पटना के जिला अधिकारी ने जल्द ही सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन मुहैया कराने की घोषणा की है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है. अभी तक किसी अस्पताल में ऑक्सीजन पहुंच नहीं पाई है. अस्पताल के जानकार की मानें तो आमतौर पर ऑक्सीजन की जितनी प्रतिदिन खपत होती है, फिलहाल उसका सात गुना चाहिए. अन्यथा अस्पतालों से कोविड मरीजों को डिस्चार्ज करना होगा.

ऑक्सीजन के अभाव में जा रही है जान
पटना राजधानी के तमाम अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत है. ऑक्सीजन के अभाव में एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल ले जाने के क्रम में कई मरीजों की सांस थम जा रही है और परिजन रोड पर ही रोने-चिल्लाने लग रहे हैं. अब देखना यह है कि सरकार की नींद अब भी खुलती है या ऑक्सीजन के आभाव में मौतें होती रहेंगी.

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