पटनाः बिहार में शिक्षकों को लॉकडाउन के दौरान पहली से आठवीं कक्षा तक के बच्चों को मिड डे मील का अनाज बांटने का आदेश जारी हुआ है. हालांकि इस बारे में आदेश पहले से था. लेकिन एक बार फिर मिड डे मील निदेशक ने सभी जिलों को पत्र लिखकर इसका सही तरीके से अनुपालन करने का निर्देश दिया है.
शिक्षकों को हालांकि शिक्षा विभाग की तरफ से एक बड़ा टास्क दिया गया है. वहीं हेड मास्टर को मिड डे मील की राशि बांटने से राहत दी गई है. अब यह राशि विभाग की तरफ से सीधे बच्चों के अकाउंट में ट्रांसफर की जाएगी.
मिड डे मील का अनाज बांटने का आदेश जारी
वहीं, अनाज बांटने को लेकर शिक्षक संघों ने सरकार से अपील की थी कि स्कूलों में अनाज बांटने की बजाय जन वितरण प्रणाली के जरिए सरकार अनाज बांटने की व्यवस्था करें, क्योंकि इससे स्कूलों में भीड़ बढ़ेगी और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो पाएगा. लेकिन इसे दरकिनार करते हुए मिड डे मील निदेशक ने सभी जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों को यह निर्देश जारी किया है कि वे अपने जिले में सभी संबंधित स्कूलों में मिड डे मील का अनाज बांटने की व्यवस्था सुचारु रूप से करें. ताकि लॉकडाउन के दौरान राज्य के लिए किसी को परेशानी ना उठानी पड़े.
31 जुलाई तक 80 दिनों का अनाज तय
मिड डे मील निदेशक कुमार रामानुज ने सभी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी और जिला शिक्षा पदाधिकारियों को दिए गए निर्देश में यह साफ किया है कि सभी बच्चों को 31 जुलाई तक 80 दिनों का अनाज तय मानक के मुताबिक देना है. इसे सुनिश्चित किया जाए और इसकी एंट्री मेधा सॉफ्ट के जरिए की जाए ताकि उन्हें डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के जरिए राशि निदेशालय स्तर से ट्रांसफर की जा सके.