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Opposition unity: कर्नाटक में कांग्रेस की जीत से विपक्षी एकजुटता को मिलेगी मजबूती! जानें विशेषज्ञ की राय - Patna News

कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद विपक्षी एकता को मजबूती मिलने की उम्मीद है. महागठबंधन के नेता लगातार इस ओर जोर लगाए हुए हैं. कर्नाटक चुनाव के बाद विपक्षी एकता को लेकर बिहार में बैठक होनी थी. हालांकि यह अभी तय नहीं हो पाई है. कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस की जीत से विपक्षी एकता को कितनी मजबूती मिल रही है, इसको लेकर विशेषज्ञ की क्या राय जानिए...

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Published : May 14, 2023, 7:34 PM IST

विपक्षी एकता को लेकर विशेषज्ञ की क्या राय.

पटनाः लोकसभा चुनाव 2024 के तहत-मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी एकजुटता को लेकर लगातार मुहिम चला रहे हैं. कांग्रेस के आला नेताओं से मिलने के बाद विपक्ष के कई नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं. विपक्षी दलों की एक बड़ी बैठक होने वाली है. कर्नाटक चुनाव के रिजल्ट का इंतजार हो रहा था. कर्नाटक में कांग्रेस को प्रचंड जीत मिली है. इसी कारण विपक्षी एकजुटता को लेकर सवाल उठने लगा है. नीतीश कुमार की मुहिम पर इसका असर तो नहीं पड़ेगा. राजनीतिक विशेषज्ञ जरूर कह रहे हैं कि जिन राज्यों में विपक्षी मजबूत है, वह चाहेंगे कि कांग्रेस का हस्तक्षेप न हो. लेकिन कुल मिलाकर विपक्षी मुहिम को बल मिलने वाला है. जदयू के नेता भी कह रहे हैं कि विपक्षी एकजुटता के लिए कर्नाटक की जीत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.

यह भी पढ़ेंः Opposition Unity: 'विपक्षी एकता पर ख्याली पुलाव पका रहे हैं नीतीश कुमार', BJP सांसद रामकृपाल यादव का दावा


कांग्रेस को मिली जीत से नेता उत्साहितः कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस ने प्रचंड जीत हासिल की है. नीतीश कुमार कांग्रेस को लेकर मिशन 2024 के तहत विपक्ष को एकजुट करने में लगे हैं. कांग्रेस को मिली जीत से जहां कांग्रेस के नेता उत्साहित हैं. जदयू के नेता भी कह रहे हैं कि विपक्षी एकजुटता के लिए यह एक अच्छा संकेत है. राजनीतिक विशेषज्ञ प्रोफेसर अजय झा का कहना है कांग्रेस को कर्नाटक में जिस प्रकार से जीत मिली है, उसके बाद राज्यों में जहां विपक्षी दल मजबूत है, वह नहीं चाहेंगे कि कांग्रेस का उनके यहां हस्तक्षेप हो. कुल मिलाकर बीजेपी की हार से विपक्षी दलों को मजबूती मिलेगी. नीतीश कुमार की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो गई है.

"कर्नाटक में कांग्रेस की जीत से विपक्षी दलों को मजबूती मिलेगी. कांग्रेस को कर्नाटक में जिस प्रकार से जीत मिली है, उसके बाद राज्यों में जहां विपक्षी दल मजबूत है, वह नहीं चाहेंगे कि कांग्रेस का उनके यहां हस्तक्षेप हो." -प्रोफेसर अजय झा, राजनीतिक विशेषज्ञ


कर्नाटक की जीत से उसमें गति मिलेगीः जदयू के वरिष्ठ नेता और सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह का कहना है कि "नीतीश कुमार जेपी आंदोलन से निकले नेता हैं. नीतीश कुमार जो अभियान चला रहे हैं, उसको कर्नाटक चुनाव के रिजल्ट से बल मिलने वाला है. जिन लोगों की जुबान बंद थी और चाहते थे आईडियोलॉजिकल तरीके से जवाब दें, उन्हें भी ताकत मिलेगी और बीजेपी को चुनौती देने के लिए नीतीश कुमार ने विपक्षी एकजुटता की मुहिम जो शुरू की है कर्नाटक की जीत से उसमें गति मिलेगी."


विपक्षी दलों की बैठक में होगा स्पष्टः वरिष्ठ पत्रकार रवि उपाध्याय का कहना है "कर्नाटक में प्रचंड जीत कांग्रेस को जिस प्रकार से मिली है, उसके बाद कांग्रेस का मनोबल बढ़ा है. कांग्रेस के नेता तो कहने भी लगे हैं कि प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार राहुल गांधी होंगे. कर्नाटक में पहले से चर्चा थी कांग्रेस वहां जीतने वाली है. ऐसे आने वाले दिनों में राजस्थान मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी चुनाव होना है. उन राज्यों में भी यदि रिजल्ट इसी तरह का आया तब तो कॉन्ग्रेस की ओर नेतृत्व को लेकर विपक्षी दलों पर दबाव बढ़ेगा. फिलहाल कांग्रेस भी कई राज्यों में चाहेगी विपक्ष का साथ मिले. हालांकि यह सब कुछ विपक्षी दलों की बैठक जब होगी तभी स्थिति स्पष्ट हो पाएगा."

कब होगी बैठकः एम नीतीश कुमार बिहार में महागठबंधन की सरकार बनाने के बाद लगातार बीजेपी के खिलाफ मुहिम चला रहे हैं. पिछले 8 महीनों में विपक्षी एकजुटता को लेकर कई दलों के नेताओं से मुलाकात की है. कर्नाटक चुनाव के रिजल्ट के बाद विपक्ष के साथ कांग्रेस किस तरह से चलने को तैयार होता है. विपक्षी एकजुटता उसी पर निर्भर करेगा. ऐसे में सबकी नजर विपक्षी दलों की बैठक पर है. पहले तो 17 -18 मई को बैठक होने की चर्चा की जा रही थी, लेकिन कर्नाटक चुनाव के रिजल्ट के बाद तिथि फाइनल करने की बात भी कही गई थी. अब रिजल्ट आ गया है तो देखना है कि बैठक कब होती है.

विपक्षी एकता को लेकर विशेषज्ञ की क्या राय.

पटनाः लोकसभा चुनाव 2024 के तहत-मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी एकजुटता को लेकर लगातार मुहिम चला रहे हैं. कांग्रेस के आला नेताओं से मिलने के बाद विपक्ष के कई नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं. विपक्षी दलों की एक बड़ी बैठक होने वाली है. कर्नाटक चुनाव के रिजल्ट का इंतजार हो रहा था. कर्नाटक में कांग्रेस को प्रचंड जीत मिली है. इसी कारण विपक्षी एकजुटता को लेकर सवाल उठने लगा है. नीतीश कुमार की मुहिम पर इसका असर तो नहीं पड़ेगा. राजनीतिक विशेषज्ञ जरूर कह रहे हैं कि जिन राज्यों में विपक्षी मजबूत है, वह चाहेंगे कि कांग्रेस का हस्तक्षेप न हो. लेकिन कुल मिलाकर विपक्षी मुहिम को बल मिलने वाला है. जदयू के नेता भी कह रहे हैं कि विपक्षी एकजुटता के लिए कर्नाटक की जीत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.

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कांग्रेस को मिली जीत से नेता उत्साहितः कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस ने प्रचंड जीत हासिल की है. नीतीश कुमार कांग्रेस को लेकर मिशन 2024 के तहत विपक्ष को एकजुट करने में लगे हैं. कांग्रेस को मिली जीत से जहां कांग्रेस के नेता उत्साहित हैं. जदयू के नेता भी कह रहे हैं कि विपक्षी एकजुटता के लिए यह एक अच्छा संकेत है. राजनीतिक विशेषज्ञ प्रोफेसर अजय झा का कहना है कांग्रेस को कर्नाटक में जिस प्रकार से जीत मिली है, उसके बाद राज्यों में जहां विपक्षी दल मजबूत है, वह नहीं चाहेंगे कि कांग्रेस का उनके यहां हस्तक्षेप हो. कुल मिलाकर बीजेपी की हार से विपक्षी दलों को मजबूती मिलेगी. नीतीश कुमार की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो गई है.

"कर्नाटक में कांग्रेस की जीत से विपक्षी दलों को मजबूती मिलेगी. कांग्रेस को कर्नाटक में जिस प्रकार से जीत मिली है, उसके बाद राज्यों में जहां विपक्षी दल मजबूत है, वह नहीं चाहेंगे कि कांग्रेस का उनके यहां हस्तक्षेप हो." -प्रोफेसर अजय झा, राजनीतिक विशेषज्ञ


कर्नाटक की जीत से उसमें गति मिलेगीः जदयू के वरिष्ठ नेता और सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह का कहना है कि "नीतीश कुमार जेपी आंदोलन से निकले नेता हैं. नीतीश कुमार जो अभियान चला रहे हैं, उसको कर्नाटक चुनाव के रिजल्ट से बल मिलने वाला है. जिन लोगों की जुबान बंद थी और चाहते थे आईडियोलॉजिकल तरीके से जवाब दें, उन्हें भी ताकत मिलेगी और बीजेपी को चुनौती देने के लिए नीतीश कुमार ने विपक्षी एकजुटता की मुहिम जो शुरू की है कर्नाटक की जीत से उसमें गति मिलेगी."


विपक्षी दलों की बैठक में होगा स्पष्टः वरिष्ठ पत्रकार रवि उपाध्याय का कहना है "कर्नाटक में प्रचंड जीत कांग्रेस को जिस प्रकार से मिली है, उसके बाद कांग्रेस का मनोबल बढ़ा है. कांग्रेस के नेता तो कहने भी लगे हैं कि प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार राहुल गांधी होंगे. कर्नाटक में पहले से चर्चा थी कांग्रेस वहां जीतने वाली है. ऐसे आने वाले दिनों में राजस्थान मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी चुनाव होना है. उन राज्यों में भी यदि रिजल्ट इसी तरह का आया तब तो कॉन्ग्रेस की ओर नेतृत्व को लेकर विपक्षी दलों पर दबाव बढ़ेगा. फिलहाल कांग्रेस भी कई राज्यों में चाहेगी विपक्ष का साथ मिले. हालांकि यह सब कुछ विपक्षी दलों की बैठक जब होगी तभी स्थिति स्पष्ट हो पाएगा."

कब होगी बैठकः एम नीतीश कुमार बिहार में महागठबंधन की सरकार बनाने के बाद लगातार बीजेपी के खिलाफ मुहिम चला रहे हैं. पिछले 8 महीनों में विपक्षी एकजुटता को लेकर कई दलों के नेताओं से मुलाकात की है. कर्नाटक चुनाव के रिजल्ट के बाद विपक्ष के साथ कांग्रेस किस तरह से चलने को तैयार होता है. विपक्षी एकजुटता उसी पर निर्भर करेगा. ऐसे में सबकी नजर विपक्षी दलों की बैठक पर है. पहले तो 17 -18 मई को बैठक होने की चर्चा की जा रही थी, लेकिन कर्नाटक चुनाव के रिजल्ट के बाद तिथि फाइनल करने की बात भी कही गई थी. अब रिजल्ट आ गया है तो देखना है कि बैठक कब होती है.

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