पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी एकता को एक मंच पर लाने के प्रयास को अंतिम रूप देने वाले हैं. 23 जून को पटना में विपक्षी दलों का जुटान होना है. एक-एक चीज की मॉनिटरिंग खुद सीएम नीतीश कर रहे हैं. इन सबके बीच बीजेपी विपक्षी दलों की बैठक को लेकर हमलावर है.
'हिम्मत है तो नीतीश बताएं नाम': राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने एक बार फिर से विपक्ष के पीएम उम्मीदवार को लेकर नीतीश कुमार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि हिम्मत हो तो नीतीश कुमार पीएम-प्रत्याशी का नाम बताएं. अब कहा जा रहा है कि बारात दरवाजा लगने (चुनाव परिणाम ) के बाद जब दुल्हन जयमाला लेकर आयेगी, तब उसका चेहरा देखकर बरातियों में से ही कोई दूल्हा बन जाएगा.
"जब देश की जनता दूल्हे का नाम जानना चाहती है, तब विपक्ष बैंड, बाजा, बाराती की बातों में लोगों को उलझाए रखना चाहता है. यदि हिम्मत है तो पटना बैठक में भाग लेने वाले दलों की ओर से नीतीश कुमार प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित करें."- सुशील कुमार मोदी, राज्यसभा सांसद
'किसे पीएम बनाने के लिए एकजुट होना चाहता है विपक्ष'?: साथ ही बीजेपी की ओर से लगातार तंज कसते हुए कहा जा रहा है कि नरेंद्र मोदी का मुकाबला कोई नहीं कर सकता है. विपक्ष में उन्हें टक्कर देने वाला कोई नहीं है. सुशील मोदी ने कहा कि भाजपा की ओर से तो दुनिया -भर में लोकप्रिय और विश्वसनीय राजनेता नरेंद्र मोदी का नाम प्रधानमंत्री के तौर पर तय है. विपक्ष बताये कि वह राहुल गांधी, शरद पवार और ममता बनर्जी में से किसे पीएम बनाने के लिए एकजुट होना चाहता है?
नीतीश कुमार पहले ही अपने को पीएम-पद की रेस से बाहर बता चुके हैं. वे मात्र 16 सांसदों की क्षेत्रीय पार्टी के नेता हैं. वहीं तेलंगाना के सीएम केसीआर भी पीछे हट गए. ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने भी नीतीश का साथ नहीं दिया. इधर बीजेपी बार-बार विपक्ष के दूल्हे (पीएम कैंडिडेट) का नाम पूछ रही है.