पटना: बिहार के शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा के बयान को लेकर सवाल उठ रहे हैं. विधान परिषद में एक सवाल के जवाब में शिक्षा मंत्री ने तिलक, दहेज की बात की. इसको लेकर राबड़ी देवी समेत विपक्ष के सदस्यों ने मुख्यमंत्री के अभियान पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं.
विधान परिषद में शुक्रवार को नियोजित शिक्षकों के मामले में शिक्षा मंत्री एक सवाल का जवाब दे रहे थे. नवल किशोर यादव के सवाल के जवाब में शिक्षा मंत्री ने कहा कि नियोजित शिक्षकों का सम्मान पहले से बढ़ा है. उन्होंने अपने गांव का जिक्र करते हुए कहा कि मेरे गांव के युवकों की जब से नियोजित शिक्षक की नौकरी लगी तब से उनका सोशल वैल्यू बढ़ गया है. अब उन्हें ज्यादा दहेज मिलेगा.
विवादों में घिरे शिक्षा मंत्री
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाल विवाह और दहेज प्रथा पर प्रतिबंध लगाने की बात कही थी. इस पर प्रतिबंध लागू भी है. ऐसे में शिक्षा मंत्री का यह बयान उनके लिए बड़ी मुसीबत बन सकता है. सदन के सदस्यों ने शिक्षा मंत्री के इस बयान की निंदा की है और मुख्यमंत्री के अभियान पर सवाल खड़े किए हैं.
विपक्ष ने साधा निशाना
राबड़ी देवी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जो भी योजनाएं बनाई वह सब फेल हो गई. वहीं प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जिन लोगों को मंत्री बनाया है उनके योग्यता पर सवाल खड़े हो रहे हैं. मुख्यमंत्री को ऐसे बयानों पर संज्ञान लेना चाहिए.
शिक्षा मंत्री ने दी सफाई
इधर, शिक्षा मंत्री ने कहा कि उनका यह बयान सिर्फ एक हंसी-मजाक था. इसे गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि मेरा कहने का मतलब सिर्फ इतना ही था कि नियोजित शिक्षकों का सम्मान पहले से बढ़ गया है.