पटना: बिहार विधानसभा का बजट सत्र (Budget session of Bihar Legislative Assembly) चल रहा है. बजट सत्र में विपक्ष लगातार सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है. सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्षी सदस्यों ने जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी (Opposition Protests in Bihar Assembly Premises) की. जहां माले सदस्यों ने नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार को स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में फीसड्डी बताए जाने पर सरकार से जवाब मांगा है.
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वहीं, कांग्रेस का बेरोजगारी को लेकर प्रदर्शन (Congress protests against unemployment) देखने को मिला. कांग्रेस ने सरकार से जवाब मांगते हुए वादाखिलाफी का आरोप लगाया है. वहीं, एआईएमआईएम के सदस्यों ने सीमांचल की समस्याओं को लेकर आवाज बुलंद की. साथ ही एएमयू सेंटर को लेकर जारी गतिरोध को दूर करने की भी मांग की.
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''बिहार में स्वास्थ्य सेवा का हाल बेहाल (Condition of healthcare in Bihar is Poor) है. सरकार स्वास्थ्य सेवाओं का निजीकरण धड़ल्ले से करवा रही है, इस पर रोक लगनी चाहिए, यही हमारी प्रमुख मांग है. हम सरकार से मांग करते हैं कि बिहार के अस्पतालों का निजीकरण बंद करवाइए और स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतर सुविधाएं दें.''- सुदामा प्रसाद, माले विधायक
''बिहार में सबसे ज्यादा ग्रेजुएट बेरोजगार हैं, उनको नौकरी कब दी जाएगी. आपने 19 लाख रोजगार देने का वादा किया था, उसे भी डेढ़ साल होने जा रहे हैं. जो नौकरी मांगने जाते हैं उन पर डंडा बरसाते हैं. STET पास अभ्यर्थी 10 साल से भटक रहे हैं. उनको आप सपना दिखाते हैं कि हमको क्वालिटी शिक्षक चाहिए, जबकि जो ट्रेनिंग करके आते हैं उनको नौकरी ही नहीं मिल रही है.''- प्रतिमा कुमारी, विधायक कांग्रेस
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