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विधानसभा में हुई घटना पर बोले विपक्षी दल के नेता, पीछे नहीं हटते तो कुछ भी हो सकती थी अनहोनी

मंगलवार को हुए हंगामे से विपक्ष के नेता आक्रोश में हैं. इस कारण बुधवार को सदन के बाहर विपक्ष का ही एक सदन लगा दिया. घटना के बारे में विपक्षी दल के नेताओं ने सरकार से जवाब मांगा है.

विपक्षी दल के नेताओं ने रखी अपनी बात
विपक्षी दल के नेताओं ने रखी अपनी बात
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Published : Mar 24, 2021, 6:31 PM IST

पटना: पुलिस बिल को लेकर हुए हंगामे पर विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर लिया. मंगलवार को हुए हंगामे से विपक्ष के नेता आक्रोश में हैं. इस कारण बुधवार को सदन के बाहर विपक्ष का ही एक सदन लगा दिया. इस बारे में राजद और कांग्रेस के नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, विधान पार्षद, विधायक के साथ ऐसा दुर्व्यवहार करना गलत है. कल हुए घटना का हम जवाब मांग रहे हैं, जिसका जवाब हमें नहीं दिया जा रहा है.

ये भी पढ़ें- तेजस्वी की 'भीष्म प्रतिज्ञा' - अगले 5 साल तक विधानसभा में नहीं रखूंगा कदम

पुलिस बिल का शुरू से हो रहा है विरोध
'जिस तरह से ये विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक लाया गया है, ये गलत है. हम लोग शुरू से इसका विरोध कर रहे हैं. इसका विरोध हम नहीं करते तो जनता के सामने हम मुंह दिखाने लायक भी नहीं रहते. जिस तरह का व्यवहार विपक्षी सदस्यों के साथ सदन में हो रहा है, वो पूरी तरह गलत है.' -रामचन्द्र पूर्वे, विधान पार्षद, राजद

देखें पूरी रिपोर्ट

कुछ भी हो सकती थी अनहोनी
'हमारी पार्टी की सदस्य को मुख्यमंत्री के सामने ही सदन में सत्तापक्ष के विधान पार्षद ने दुर्व्यवहार किया है. अगर हमलोग पीछे नहीं हटते तो आज परिषद में भी धक्का-मुक्की की स्थिति बन गयी थी. कुछ भी हमलोगों के साथ अनहोनी हो सकती थी.' -सुनील सिंह, विधान पार्षद, राजद

सरकार का तानाशाही रवैया
'सशत्र पुलिस विधेयक का हमलोग विरोध कर सदन से वॉकआउट किये हैं. कल जिस तरह की स्थिति विधानसभा में बनी थी, जिस तरह विपक्षी सदस्यों के साथ मारपीट की गई. घसीटकर बाहर फेंका गया. इसको लेकर जब हमलोग जवाब मांग रहे थे, तो उसका जवाब नहीं दिया जा रहा है. निश्चित तौर पर यह सरकार का तानाशाही रवैया है.' -प्रेम चन्द्र मिश्रा, विधान पार्षद, कांग्रेस

पटना: पुलिस बिल को लेकर हुए हंगामे पर विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर लिया. मंगलवार को हुए हंगामे से विपक्ष के नेता आक्रोश में हैं. इस कारण बुधवार को सदन के बाहर विपक्ष का ही एक सदन लगा दिया. इस बारे में राजद और कांग्रेस के नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, विधान पार्षद, विधायक के साथ ऐसा दुर्व्यवहार करना गलत है. कल हुए घटना का हम जवाब मांग रहे हैं, जिसका जवाब हमें नहीं दिया जा रहा है.

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पुलिस बिल का शुरू से हो रहा है विरोध
'जिस तरह से ये विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक लाया गया है, ये गलत है. हम लोग शुरू से इसका विरोध कर रहे हैं. इसका विरोध हम नहीं करते तो जनता के सामने हम मुंह दिखाने लायक भी नहीं रहते. जिस तरह का व्यवहार विपक्षी सदस्यों के साथ सदन में हो रहा है, वो पूरी तरह गलत है.' -रामचन्द्र पूर्वे, विधान पार्षद, राजद

देखें पूरी रिपोर्ट

कुछ भी हो सकती थी अनहोनी
'हमारी पार्टी की सदस्य को मुख्यमंत्री के सामने ही सदन में सत्तापक्ष के विधान पार्षद ने दुर्व्यवहार किया है. अगर हमलोग पीछे नहीं हटते तो आज परिषद में भी धक्का-मुक्की की स्थिति बन गयी थी. कुछ भी हमलोगों के साथ अनहोनी हो सकती थी.' -सुनील सिंह, विधान पार्षद, राजद

सरकार का तानाशाही रवैया
'सशत्र पुलिस विधेयक का हमलोग विरोध कर सदन से वॉकआउट किये हैं. कल जिस तरह की स्थिति विधानसभा में बनी थी, जिस तरह विपक्षी सदस्यों के साथ मारपीट की गई. घसीटकर बाहर फेंका गया. इसको लेकर जब हमलोग जवाब मांग रहे थे, तो उसका जवाब नहीं दिया जा रहा है. निश्चित तौर पर यह सरकार का तानाशाही रवैया है.' -प्रेम चन्द्र मिश्रा, विधान पार्षद, कांग्रेस

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