पटना: बिहार विधानमंडल का बजट सत्र हंगामेदार होने के आसार हैं. विपक्ष सीएए, एनपीआर, शिक्षक और किसानों के मुद्दे पर सरकार को घेरने के लिए पूरी तरह से तैयार है. सोमवार से शुरू हो रहे बजट सत्र को राज्यपाल सेंट्रल हॉल में ज्वाइंट सेशन को संबोधित करेंगे. सुशील मोदी आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट भी सदन पटल पर रखेंगे और उसके बाद दोनों सदनों में शोक प्रस्ताव भी पढ़ा जाएगा. सोमवार को प्रश्नकाल, शून्यकाल और ध्यानकर्षण नहीं होंगे.
बता दें कि विधानमंडल का सत्र 31 मार्च तक चलेगा. लंबे सत्र के बीच में होली की भी छुट्टी होगी. सबसे पहले सत्र की शुरुआत विधानसभा में अध्यक्ष और सभापति के अपने-अपने सदन में अभिभाषण से होगी. इसके बाद दोनों सदनों के सदस्य सेंट्रल हॉल पहुंच जाएंगे. राज्यपाल के संबोधन के बाद फिर से दोनों सदनों के सदस्य अपने-अपने सदन में आएंगे और शोक प्रस्ताव होगा. इसके बाद सदन की कार्यवाही स्थगित हो जाएगी.
सरकार को घेरने की पूरी तैयारी
बिहार विधानमंडल का बजट सत्र चुनावी साल में हो रहा है इसलिए सबकी नजर इस पर है. बजट सत्र में विपक्ष सरकार की मुश्किलें बढ़ा सकता है. सीएए, एनपीआर जैसे मुद्दों को लेकर विपक्ष लगातार आंदोलन कर रहा है तो वहीं, शिक्षकों की हड़ताल जारी है. इसीलिए कयास लगाए जा रहे हैं कि इन मुद्दों पर विपक्ष सरकार को घेरने की कोशिश करेगा.
सरकार भी है तैयार
बजट सत्र को लेकर सरकार ने भी पूरी तैयारी कर रखी है. बिहार बजट की चर्चा तो सदन के अंदर होगी ही, साथ ही अलग-अलग दिन विभागों के बजट पर भी चर्चा होगी. सरकार सदन से अनुमति लेगी.