पटना: बजट को लेकर जहां आर्थिक, सामाजिक और उद्योग क्षेत्र के लोग अपने अपने तरीके से लगातार विश्लेषण कर रहे हैं. खासकर कोरोना के समय केंद्र सरकार की चुनौतियों को देखकर देश के विकास दर को लेकर बजट में विशेष प्रावधान की बात कर रहे हैं, तो वहीं राजनीतिक क्षेत्र में सत्ताधारी दल के लोग जहां बजट से उम्मीद लगाए हुए हैं. वहीं विपक्ष इस बार भी पूंजीपतियों के लिए विशेष व्यवस्था होने की बात कह रहा है.
सत्ताधारी दल जदयू और बीजेपी के नेताओं का कहना है कि बिहार के लिए केंद्र सरकार बजट में विशेष व्यवस्था करेगी. जदयू के महेश्वर हजारी का कहना है कि बिना बिहार के विकास के देश का विकास संभव नहीं है और प्रधानमंत्री सुलझे हुए नेता हैं. हर क्षेत्र के लिए विशेष व्यवस्था करेंगे. लेकिन ओवैसी की पार्टी आई एमआईएम के विधायक अख्तरुल इमाम का कहना है कि इस बार का भी बजट पूंजीपतियों को ध्यान में रखकर ही लाया जाएगा.
ये भी पढ़ें: ईटीवी भारत से बोले देश के प्रमुख आर्थिक सलाहकार- बढ़ेंगी नौकरियां, किसानों के हक में नए कृषि कानून
'प्रधानमंत्री सुलझे हुए नेता हैं. महिलाओं से लेकर हर क्षेत्र के लिए खास प्रावधान बजट में होगा. बिहार के लिए भी विशेष व्यवस्था होगी. विशेष पैकेज भी मिलना चाहिए. क्योंकि बिना बिहार के विकास के देश का विकास संभव नहीं है': महेश्वर हजारी, पूर्व मंत्री
'बिहार को पहले भी नरेंद्र मोदी की सरकार ने विशेष पैकेज दी है. इस बार बजट में भी बिहार के लिए खास होगा. रेलवे की योजनाओं के लिए भी बजट में विशेष व्यवस्था होगी': अरविंद कुमार, बीजेपी प्रवक्ता
ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के विधायक अख्तरुल इमाम का कहना है कि पहले भी आम लोगों को केंद्र सरकार की बजट से निराशा होती रही है. इस बार भी, जो स्थिति है. उसमें बजट पूंजी पतियों के ध्यान में रखकर ही लाया जाएग.
निर्मला सीतारमण पेश करेंगी बजट
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को वित्त वर्ष 2021-22 का आम बजट पेश करेंगी. यह उनका तीसरा बजट होगा. यह कई मायनों में ऐतिहासिक होगा. बजट के इतिहास में पहली बार है, जब यह पेपर पर नहीं छपेगा. कोरोना की महामारी के मद्देनजर सरकार ने यह फैसला किया है.