पटनाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार (CM Nitish Kumar Janata Darbar) कार्यक्रम से एक हैरान कर देने वाली तस्वीर सामने आई. दरअसल, लोगों की समस्याएं सुनने के क्रम में दरबार में एक वृद्ध व्यक्ति पहुंचे. वहां अधिकारियों ने उन्हें सीएम के सामने लगी कुर्सी पर बैठने के लिए जैसे ही कहा, सज्जन फफक कर रो पड़े.
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अधिकारियों के बैठने के लिए कहने पर बुजुर्ग अपने स्थानीय भाषा में बैठने के लिए मना कर रहे हैं. उनके हाथों में शिकायत के आवेदन हैं. उसे अधिकारियों को दिखते हुए वे स्थानीय भाषा में कहते हैं कि (हम बइठे ला न अइले हा.. ई पढ़ लS, हम बैठ जइबै.. ना सरकार.. दरबार में अइला 13 बरस हो गइलै). वे कह रहे हैं कि यहां वे बैठने के लिए नहीं आए हैं. बस ये शिकायत देख लीजिए.
अधिकारियों के काफी कहने के बाद भी वे नहीं बैठे और उनके पैरों पर गिर पड़े. इसके बाद लाइव वीडियो में आवाज को म्यूट कर दिया (Voice mute in Janata Darbar) गया. बुजुर्ग क्या शिकायत लेकर दरबार में आए थे, यह पता नहीं चल सका है. इससे कई सवाल भी उभर रहे हैं, क्योंकि बुजुर्ग ने मिन्नत करते हुए कहा कि 13 साल बाद वे दरबार आए हैं. जाहिर है कि काफी दिनों के बाद भी अगर वे सीएम के सामने आए हैं, तो हो सकता है कि काफी पुरानी समस्या का अब तक कोई समाधान नहीं मिला हो. या फिर किसी नई समस्या को लेकर वे सीएम के समक्ष आए हों. बहरहाल, समस्या के बारे में कुछ पता नहीं चल सका है.
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बता दें कि सीएम नीतीश कुमार आज स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, पिछड़ा अति पिछड़ा विभाग, विज्ञान एवं प्रावैधिकी, सूचना प्रावैधिकी कला संस्कृति, वित्त, श्रम संसाधन व अन्य विभागों की समस्याओं को सुन रहे हैं.
जनता दरबार में कोरोना गाइडलाइन (Corona Guideline) का सख्ती से पालन किया जा रहा है. बाहर से जो भी शिकायतकर्ता जनता दरबार में आ रहे हैं, उनकी कोरोना जांच भी की जा रही है. कोरोना संक्रमण के मद्देनजर सीमित संख्या में लोगों को ही आने की अनुमति दी जा रही है.
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