पटना: राजधानी में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. बिहार में बुधवार के दिन कोरोना के 734 नए मामले सामने आए हैं, जिसमें राजधानी पटना में 285 मामले पाए गए हैं. वहीं पिछले 24 घंटे में प्रदेश में कोरोना से 7 लोगों की मौत हो चुकी है.
कोरोना मरीज कर रहे लापरवाही
पीएमसीएच के कोविड-19 वार्ड के प्रभारी चिकित्सक डॉ अरुण अजय ने बताया कि कोरोना से जिन मरीजों की मौतें हुई है, वे एकदम आखरी समय में अस्पताल पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि फेस्टिवल सीजन चल रहा है ऐसे में अधिकांश मरीज घर पर ही होम आइसोलेशन में रह रहे हैं. कई बार जब मरीजों की हालात बिगड़ जा रही है और ऑक्सीजन सैचुरेशन बहुत डाउन हो जा रहा है.
युवाओं की हो रही है मौत
डॉ. अरुण अजय ने कहा कि कोरोना से अधिकांश ऐसे लोगों की मौत हो रही है, जो कोमोरबिड पेशेंट है. कोरोना से कई युवा वर्ग के लोगों की भी मौत हुई है. उन्होंने कहा कि यह युवा वर्ग वही लोग हैं जो बीमारी को समझने में देरी कर दिए हैं. उन्होंने कहा कि वह लोगों से अपील करना चाहेंगे कि फेस्टिवल सीजन अपनी जगह है और कोरोना अपनी जगह.
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डॉक्टर के निगरानी में कराएं इलाज
डॉ अरुण ने कहा कि यदि किसी को कोई लक्षण महसूस हो रहा हैं तो, वह तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. उन्होंने कहा कि अगर कोई कोरोना पेशेंट है तो वह घर पर रखकर इलाज कराने की बजाय अस्पताल में डॉक्टरों की निगरानी में इलाज कराएं. सरकारी अस्पतालों में कोरोना के काफी सारे बेड खाली हैं और यहां डॉक्टर नियमित रूप से पेशेंट की निगरानी करते हैं. उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में पीएमसीएच में कोरोना के 30 मरीज एडमिट हैं और चार पेशेंट को बुधवार को डिस्चार्ज किया गया है.