पटनाः 12वीं बार लालू प्रसाद यादव का आरजेडी अध्यक्ष बन गए (Lalu Yadav Files Nomination for RJD President Post) हैं. आज पार्टी के नई दिल्ली स्थित केन्द्रीय कार्यालय में आरजेडी अध्यक्ष पद के लिए लालू यादव ने नामांकन (RJD Presidential Election) किया था. लालू के अलावे कोई अन्य नेता इस पद के लिए नामांकन नहीं किये. ऐसे में उनकी जीत तय थी. हालांकि 10 अक्टूबर को लालू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की विधिवत घोषणा की जाएगी और प्रमाण पत्र मिलेगा. नामांकन के दौरान आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, राज्यसभा सांसद मीसा भारती, कांति सिंह, जयप्रकाश नारायण यादव समेत कई बड़े नेता मौजूद थे.
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9 अक्टूबर को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक : राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य पद के लिए नामांकन की प्रक्रिया आज से केन्द्रीय कार्यालय (13, बिट्ठल भाई पटेल भवन, नई दिल्ली 110001) में शुरू हुई है. शाम 5 बजे वैध पाये गये उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी जाएगी. 9 अक्टूबर 2022 को नई दिल्ली स्थित एनडीएमसी के कन्वेंशन सेंटर में निवर्तमान राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होगी, जिसमें राष्ट्रीय परिषद की बैठक एवं पार्टी के खुले अधिवेशन में रखे जाने वाले प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी.
तालकटोरा स्टेडियम में राष्ट्रीय परिषद की बैठक: 10 अक्टूबर 2022 को नई दिल्ली स्थित तालकटोरा स्टेडियम में पार्टी के राष्ट्रीय परिषद की बैठक होगी. जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ ही राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों का चुनाव होगा और नवनिर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष को प्रमाण पत्र दिया जाएगा. इसके बाद नवनिर्वाचित अध्यक्ष की अध्यक्षता में खुला अधिवेशन होगा. जिसमें राष्ट्रीय कार्यकारिणी द्वारा पेश प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी.
1997 में आरजेडी का गठनः आपको बताएं कि पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने 5 जुलाई 1997 को जनता दल से अलग होकर राष्ट्रीय जनता दल का गठन किया था. इन 25 सालों में पार्टी ने कई उतार-चढ़ाव देखें है. स्थापना के करीब 8 साल सत्ता में रही, उसके बाद से लगातार विपक्ष में ही है. हालांकि इस बीच में साल 2015 से 2017 में नीतीश कुमार की अगुवाई में साझा सरकार चलाने का अवसर जरूर मिला. वहीं मनमोहन सिंह की सरकार में 2004-2009 के दौरान लालू यादव समेत कई सांसद केंद्रीय मंत्री भी थे.
बिहार की सबसे बड़ी पार्टीः 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में आरजेडी 75 सीट लाकर सबसे बड़ी पार्टी बनी. बाद में बोचहां उपचुनाव में जीत और एआईएमआईएम के 4 विधायकों के पाला बदलने के बाद सीटों की संख्या बढ़कर 80 हो गई. हालांकि लालू के जेल में रहने के दौरान 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी का खाता भी नहीं खुला था. वहीं राज्यसभा में आरजेडी के 6 सदस्य और विधान परिषद में भी 6 सदस्य हैं. इसके अलावे झारखंड विधानसभा में एक विधायक हैं, जो कि वहां की हेमंत सरकार में मंत्री भी हैं.
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