पटना: बिहार में महागठबंधन की सरकार (Mahagathbandhan Government in Bihar) बनने के बाद बिहार विधानसभा और बिहार विधान परिषद (Bihar Legislative Council) दोनों जगह बदलाव होना तय है. विधान परिषद में अभी सभापति के पद पर बीजेपी कोटे से आने वाले अवधेश नारायण सिंह हैं. ऐसे में महागठबंधन ने जेडीयू विधान पार्षद देवेश चंद्र ठाकुर को विधान परिषद के सभापति पद (Devesh Chandra Thakur will be Chairman) के लिए चयन कर लिया है. आज वह अपना नामांकन करेंगे. इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद रहेंगे.
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देवेश चंद्र ठाकुर विधान परिषद के सभापति होंगे: सीतामढ़ी के रहने वाले देवेश चंद्र ठाकुर तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से चुनकर विधान परिषद में आए हैं. वह सीएम नीतीश कुमार के काफी नजदीकी माने जाते हैं. सूत्र बताते हैं कि महागठबंधन की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री ने अवधेश नारायण सिंह को कार्यकारी सभापति पद छोड़ने के लिए कहा था. इस संबंध में संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने अवधेश नारायण सिंह से भेंट भी की थी और सीएम के फैसले से उन्हें अवगत कराया था. जिसके बाद कार्यकारी सभापति ने अगले साल होने वाले विधान परिषद के चुनाव तक उन्हें पद पर बने रहने देने की गुजारिश की थी लेकिन नीतीश कुमार इसके लिए तैयार नहीं हुए.
अवधेश नारायण सिंह देंगे इस्तीफा: चर्चा है कि बाद में अवधेश नारायण सिंह मुख्यमंत्री आवास भी गए थे, जहां सीएम ने उनको अपने इस फैसले की वजह बताई थी. उसके बाद मुख्यमंत्री विधान परिषद के 200वां सत्र पूरा होने पर बनाए गए स्मृति स्तंभ का उद्घाटन भी किया. देवेश चंद्र ठाकुर इस कार्यक्रम में भी मौजूद थे. हालांकि अभी तक विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने इस्तीफा नहीं दिया है और ना ही विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने इस्तीफा दिया है लेकिन सूत्र बता रहे हैं कि अवधेश नारायण सिंह इस्तीफा दे देंगे. 25 अगस्त को विधान परिषद का विशेष सत्र बुलाया गया है.
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