पटना: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) को लेकर बिहार का सियासी पारा गरम है. बिहार में NDA की सहयोगी पार्टी जनता दल युनाइटेड उत्तर प्रदेश में भी गठबंधन (Alliance Between BJP and JDU In UP) की फिराक में है. लेकिन अभी तक बीजेपी की तरफ से हरी झंडी नहीं मिली है. ऐसे में पार्टी अब यूपी में दो-दो हाथ के लिए तैयार हैं. बता दें कि यूपी में बीजेपी ने दो चरणों की सीटें भी फाइनल कर दीं हैं. तीसरे, चौथे और पांचवें चरण के लिए दिल्ली में मंथन चल रहा है. लेकिन अभी तक पार्टी की ओर से जेडीयू को गठबंधन के संकेत तक नहीं दिए गए हैं.
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'गठबंधन पर फैसला लेने का अधिकार हमारे केंद्रीय नेतृत्व को है. केंद्रीय नेतृत्व जिस दल से गठबंधन उचित समझता है वो करता है. हमारा गठबंधन कोई राष्ट्रव्यापी तो है नहीं. जहां तक जदयू का सवाल है तो हर पार्टी चुनाव लड़ने के लिए स्वतंत्र है. हर पार्टी चाहती है कि उसका विस्तार हो. इस विषय में किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए'- संजय टाइगर, प्रवक्ता बीजेपी
राष्ट्रीय पार्टी बनने की जद्दोजहद में जेडीयू यूपी चुनाव की 65 सीटों पर ताल ठोंक सकती है. इसके संकेत भी जेडीयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने दिए हैं. इसी मुद्दे पर मंगलवार को जेडीयू ने उत्तर प्रदेश में एक बैठक बुलाई है. जिसमें गठबंधन और सीटों को लेकर अंतिम फैसला किया जाएगा. जदयू चाहती थी कि बीजेपी के साथ गठबंधन करके यूपी चुनाव लड़े लेकिन अभी तक गठबंधन को लेकर बीजेपी के बीच कोई सहमति नहीं बनी है.
'मणिपुर और गोवा में पार्टी स्वतंत्र हैसियत से चुनाव लड़ रही है. यूपी में बीजेपी से बात करने के लिए पार्टी ने आरसीपी सिंह को अधिकृत किया है. पार्टी की ओर से बीजेपी को सीटों की सूची सौंप दी गई है. गठबंधन हुआ तो ठीक नहीं तो हमारी जितनी भी ताकत है हम अपने सांगठनिक विस्तार के लिए यूपी में चुनाव लड़ेंगे'- नीरज कुमार, मुख्य प्रवक्ता, जेडीयू
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सोमवार को दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठकों का दौर चल रहा है. उत्तर प्रदेश में तीसरे, चौथे और पांचवें चरण की सीटों के प्रत्याशियों पर चर्चा चल रही है. यूपी चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, सह प्रभारी अनुराग ठाकुर व केशव प्रसाद मौर्य बैठक में पदाधिकारियों को अलग-अलग बुलाकर समीक्षा कर रहे हैं. साथ ही उनसे उनके जिलों में आने वाली सीटों पर आवेदन करने वाले उम्मीदवारों का फीडबैक भी लिया जा रहा है.
इधर, जेडीयू की अभी तक बीजेपी के साथ सीटों पर चर्चा तो दूर गठबंधन पर ही सहमति नहीं बनी है. ऐसे में यही लग रहा है कि बिहार में जदयू को अपने ही दम पर चुनाव लड़ना होगा. केसी त्यागी इस बात को समझ चुके हैं इसलिए बिहार से सटे जिलों की सीटों पर अपने प्रत्याशियों को उतराने की जद्दोजहद में जुटे हैं. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार के मुताबिक जेडीयू ने बीजेपी नेतृत्व को प्रत्याशियों की सूची सौंप दी है. गठबंधन होता है तो ठीक नहीं तो उनकी पार्टी पूरे ताकत से यूपी चुनाव में उतरेगी. मंगलवार को होने वाली जेडीयू की बैठक में मामला आइने की तरह साफ हो जाएगा.
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