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झलकारी बाई की जयंती पर BJP के दावों की निकली हवा, 20 हजार तो क्या 200 भी नहीं पहुंचे, JDU ने उड़ाया मजाक - no crowd gathered in Jhalkari Bai

BJP Jhalkari Bai Birth Anniversary :बिहार में जातीय गणना के सर्वे रिपोर्ट और आरक्षण का दायरा बढ़ाने के बाद सभी दल अपने अपने वोट बैंक को साधने के लिए जातियों को गोलबंद करने में जुट गए हैं. एक ओर जहां जेडीयू 'भीम संसद' चला रही है तो वहीं दूसरी ओर बीजेपी झलकारी बाई की जयंती मनाकर पान बुनकर समुदाय को साधने में लगी दिखी. पर इसकी तस्वीर बीजेपी के दावों के विपरीत नजर आई. पढे़ं पूरी खबर-

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Nov 25, 2023, 9:21 PM IST

Updated : Nov 25, 2023, 11:00 PM IST

देखें रिपोर्ट.

पटना : बीजेपी, पिछले कई महीने से वीरांगना झलकारी बाई की जयंती को मनाकर अपनी राजनीतिक जमीन मजबूत करने में जुटी थी. कई लोग इसे बीजेपी का शक्ति परीक्षण भी मान रहे थे. पर जब पटना के बापू सभागार में कैमरा ने लोगों की तरफ फोकस किया, सब दावे बोगस नजर आने लगे. कहते हैं कैमरा का लेंस झूठा नहीं बोलता है, उस लेंस से साफ दिख रहा था कि ऊपर की गैलरी तो छोड़िए, नीचे की सीटें भी खाली पड़ी थीं. आपको बता दें कि जेपी की स्मृति में भी बापू सभागार में पिछले दिनों कार्यक्रम आयोजित किया गया था, उसमें भी भीड़ बेहद कम थी. यह दूसरा मौका है जब भाजपा को कम भीड़ के चलते शर्मिंदगी उठानी पड़ी.

बीजेपी के कार्यक्रम में सीटें खाली : इस कार्यक्रम से पहले बीजेपी ने दावा किया था कि 20 हजार से ज्यादा लोग कार्यक्रम में आएंगे. बापू सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में 10 हजार क्या, 200 लोग भी शामिल नहीं हुए. आगे मंच पर बीजेपी के नेता थे और अगली कतार में बैठे कुछ कार्यकर्ता थे. पीछे पूरी की पूरी सीट खाली थी. वीरांगना झलकारी बाई की जयंती के बहाने पान बुनकर समुदाय के वोट बैंक को साधा जा रहा था. लेकिन जिस तरह से लोगों की मौजूदगी सभागार में दिख रही है उससे बीजेपी के दावों पर विपक्ष ने सवाल खड़े करने शुरू कर दिया है.

क्या रही हकीकत : बीजेपी के दावे के उलट गिने चुने लोग और कार्यकर्ता ही बापू सभागार में पहुंचे हुए थे. जितनी भीड़ का दावा किया गया था उसकी 2% भी मौजूदगी नहीं थी. बापू सभागार की क्षमता ही 5000 लोगों के लिए है तो फिर वहां 20 से 25 हजार लोग कैसे आते? हालांकि नेताओं ने मंच से इसका एहसास नहीं होने दिया. उन्होंने अपने मुद्दों को मीडिया के जरिए ही आगे बढ़ाने का काम किया. इस दौरान बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी और केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने नीतीश और आरजेडी पर निशाना साधा. नित्यानंद राय ने तो यहां तक कह दिया कि बिहार में जेडीयू अब टूटने वाली है.

जेडीयू का रिएक्शन : जेडीयू ने कम भीड़ होने पर बीजेपी के दावों की हवा निकालते हुए 2024 की याद दिला दी. जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि जातीय गणना की रिपोर्ट आने के बाद पिछड़ा समुदाय भारतीय जनता पार्टी के बहकावे में आने वाला नहीं है. पान बुनकर सभा के रूप में ये कार्यक्रम आयोजित किया गया था. लेकिन इसमें उतनी भी भीड़ नहीं जुटी जितने बापू सभागार में सुरक्षा कर्मी तैनात थे.

''भाजपा नेताओं ने 20 से 25000 लोगों के पहुंचने का दावा किया था. लेकिन हाल में इतने भी लोग नहीं पहुंचे, जितने वहां सुरक्षाकर्मी मौजूद थे. अति पिछड़ा समुदाय भाजपा के बहकावे में आने वाला नहीं है. सम्मेलन में जुटी भीड़ ने बता दिया कि 2024 में भाजपा की वापसी नहीं होने वाली है.''- नीरज कुमार, प्रवक्ता, जेडीयू

  • झलकाई बाई के नाम पर जयंती समारोह में
    सभी दावे हुए टांय टांय फिस
    100 की संख्या भी जूटा नहीं पाए, सुरक्षाकर्मी से भी कम उपस्थिति ने भाजपा को राजनीतिक औकात का एहसास कराया।
    अतिपिछड़ा समुदाय से जो छल किया उसकी परिणति@BJP4Bihar @BJP4India @samrat4bjp @VijayKrSinhaBih @nityanandraibjp pic.twitter.com/SnYVeZv6SM

    — Neeraj kumar (@neerajkumarmlc) November 25, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बीजेपी की प्रतिक्रिया : जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार के बयान पर भाजपा ने पलटवार किया है. भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा है कि हम लोग स्वतंत्रता सेनानियों की जयंती या पुण्यतिथि शक्ति प्रदर्शन के लिए नहीं मानते हैं. हम इस मौके पर उन्हें नमन करते हैं. उनके सिद्धांतों को जन जन तक ले जाने का काम करते हैं. जदयू के लोग भी संवाद करने का दिखावा करते हैं. लेकिन दलितों को अपमानित करते हैं.

कार्यक्रम का उद्देश्य : वीरांगना झलकारी बाई की जयंती के बहाने बीजेपी पान बुनकर समाज के वोट बैंक को साधने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन कर रही थी. इस कार्यक्रम के जरिए ये संदेश भी देना चाहती है कि वो पिछड़े लोगों के साथ खड़ी है. उनके योगदानों को नहीं भूली है. इस पर स्पष्ट करते हुए पार्टी के प्रवक्ता भी कह चुके हैं कि उनकी पार्टी स्वतंत्रता सेनानियों की जयंती मनाकर उन्हें नमन करती है.

नेता तो बोलते रहे, सुनने वाले नहीं पहुंचे : बिहार के पटना में बीजेपी की ओर से वीरांगना झलकारी बाई की जयंती का कार्यक्रम था. इस कार्यक्रम में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी को छोड़कर बाकी सभी बड़े लीडर मौजूद थे. केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे. वहीं सुशील मोदी, विजय सिन्हा मंच पर मौजूद थे. सभी वक्ताओं ने अपने विचार मंच से रखे. हालांकि श्रोताओं की संख्या बड़ा सवाल छोड़ गयी.

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देखें रिपोर्ट.

पटना : बीजेपी, पिछले कई महीने से वीरांगना झलकारी बाई की जयंती को मनाकर अपनी राजनीतिक जमीन मजबूत करने में जुटी थी. कई लोग इसे बीजेपी का शक्ति परीक्षण भी मान रहे थे. पर जब पटना के बापू सभागार में कैमरा ने लोगों की तरफ फोकस किया, सब दावे बोगस नजर आने लगे. कहते हैं कैमरा का लेंस झूठा नहीं बोलता है, उस लेंस से साफ दिख रहा था कि ऊपर की गैलरी तो छोड़िए, नीचे की सीटें भी खाली पड़ी थीं. आपको बता दें कि जेपी की स्मृति में भी बापू सभागार में पिछले दिनों कार्यक्रम आयोजित किया गया था, उसमें भी भीड़ बेहद कम थी. यह दूसरा मौका है जब भाजपा को कम भीड़ के चलते शर्मिंदगी उठानी पड़ी.

बीजेपी के कार्यक्रम में सीटें खाली : इस कार्यक्रम से पहले बीजेपी ने दावा किया था कि 20 हजार से ज्यादा लोग कार्यक्रम में आएंगे. बापू सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में 10 हजार क्या, 200 लोग भी शामिल नहीं हुए. आगे मंच पर बीजेपी के नेता थे और अगली कतार में बैठे कुछ कार्यकर्ता थे. पीछे पूरी की पूरी सीट खाली थी. वीरांगना झलकारी बाई की जयंती के बहाने पान बुनकर समुदाय के वोट बैंक को साधा जा रहा था. लेकिन जिस तरह से लोगों की मौजूदगी सभागार में दिख रही है उससे बीजेपी के दावों पर विपक्ष ने सवाल खड़े करने शुरू कर दिया है.

क्या रही हकीकत : बीजेपी के दावे के उलट गिने चुने लोग और कार्यकर्ता ही बापू सभागार में पहुंचे हुए थे. जितनी भीड़ का दावा किया गया था उसकी 2% भी मौजूदगी नहीं थी. बापू सभागार की क्षमता ही 5000 लोगों के लिए है तो फिर वहां 20 से 25 हजार लोग कैसे आते? हालांकि नेताओं ने मंच से इसका एहसास नहीं होने दिया. उन्होंने अपने मुद्दों को मीडिया के जरिए ही आगे बढ़ाने का काम किया. इस दौरान बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी और केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने नीतीश और आरजेडी पर निशाना साधा. नित्यानंद राय ने तो यहां तक कह दिया कि बिहार में जेडीयू अब टूटने वाली है.

जेडीयू का रिएक्शन : जेडीयू ने कम भीड़ होने पर बीजेपी के दावों की हवा निकालते हुए 2024 की याद दिला दी. जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि जातीय गणना की रिपोर्ट आने के बाद पिछड़ा समुदाय भारतीय जनता पार्टी के बहकावे में आने वाला नहीं है. पान बुनकर सभा के रूप में ये कार्यक्रम आयोजित किया गया था. लेकिन इसमें उतनी भी भीड़ नहीं जुटी जितने बापू सभागार में सुरक्षा कर्मी तैनात थे.

''भाजपा नेताओं ने 20 से 25000 लोगों के पहुंचने का दावा किया था. लेकिन हाल में इतने भी लोग नहीं पहुंचे, जितने वहां सुरक्षाकर्मी मौजूद थे. अति पिछड़ा समुदाय भाजपा के बहकावे में आने वाला नहीं है. सम्मेलन में जुटी भीड़ ने बता दिया कि 2024 में भाजपा की वापसी नहीं होने वाली है.''- नीरज कुमार, प्रवक्ता, जेडीयू

  • झलकाई बाई के नाम पर जयंती समारोह में
    सभी दावे हुए टांय टांय फिस
    100 की संख्या भी जूटा नहीं पाए, सुरक्षाकर्मी से भी कम उपस्थिति ने भाजपा को राजनीतिक औकात का एहसास कराया।
    अतिपिछड़ा समुदाय से जो छल किया उसकी परिणति@BJP4Bihar @BJP4India @samrat4bjp @VijayKrSinhaBih @nityanandraibjp pic.twitter.com/SnYVeZv6SM

    — Neeraj kumar (@neerajkumarmlc) November 25, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बीजेपी की प्रतिक्रिया : जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार के बयान पर भाजपा ने पलटवार किया है. भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा है कि हम लोग स्वतंत्रता सेनानियों की जयंती या पुण्यतिथि शक्ति प्रदर्शन के लिए नहीं मानते हैं. हम इस मौके पर उन्हें नमन करते हैं. उनके सिद्धांतों को जन जन तक ले जाने का काम करते हैं. जदयू के लोग भी संवाद करने का दिखावा करते हैं. लेकिन दलितों को अपमानित करते हैं.

कार्यक्रम का उद्देश्य : वीरांगना झलकारी बाई की जयंती के बहाने बीजेपी पान बुनकर समाज के वोट बैंक को साधने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन कर रही थी. इस कार्यक्रम के जरिए ये संदेश भी देना चाहती है कि वो पिछड़े लोगों के साथ खड़ी है. उनके योगदानों को नहीं भूली है. इस पर स्पष्ट करते हुए पार्टी के प्रवक्ता भी कह चुके हैं कि उनकी पार्टी स्वतंत्रता सेनानियों की जयंती मनाकर उन्हें नमन करती है.

नेता तो बोलते रहे, सुनने वाले नहीं पहुंचे : बिहार के पटना में बीजेपी की ओर से वीरांगना झलकारी बाई की जयंती का कार्यक्रम था. इस कार्यक्रम में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी को छोड़कर बाकी सभी बड़े लीडर मौजूद थे. केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे. वहीं सुशील मोदी, विजय सिन्हा मंच पर मौजूद थे. सभी वक्ताओं ने अपने विचार मंच से रखे. हालांकि श्रोताओं की संख्या बड़ा सवाल छोड़ गयी.

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Last Updated : Nov 25, 2023, 11:00 PM IST
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