पटना: सीएम नीतीश कुमार जेडीयू की राज्य परिषद की बैठक में पहुंचे. यहां वो जेडीयू के नए प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह की ताजपोशी में शामिल हुए और उन्हें बधाई दी. इस दौरान नीतीश कुमार ने लोगों को संबोधित करते हुए विपक्ष पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि विपक्ष ने 2010 में क्या-क्या नहीं बोला. लेकिन,जेडीयू को 206 सीटें आईं और इस बार भी 200 के पार जाएंगे.
पब्लिसिटी के लिए विपक्ष तैयार
सीएम नीतीश ने कहा कि जिन्हें राजनीति का ककहरा भी नहीं आता, वे पब्लिसिटी के लिए मेरे खिलाफ क्या-क्या बोलते हैं. सीएम ने कहा कि जेडीयू ने क्राइम, करप्शन और कम्युनिज्म से कभी समझौता नहीं किया. वहीं, बातों-बातों में नीतीश कुमार ने मीडिया पर भी निशाना साधा.
आरजेडी का नीतीश पर हमला
नीतीश कुमार के इस बयान के बाद से विपक्ष ने भी तंज कसना शुरू कर दिया. आरजेडी नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि नीतीश कुमार को अहंकार हो गया है. उन्हें सबसे बड़ा खतरा बीजेपी से ही है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के कुछ लोग उन्हें अपना कप्तान मानने को तैयार नहीं है. बिहार में भ्रष्टाचार और अपराध दोनों चरम पर है.
'NDA का गठन स्वार्थ नहीं'
आरजेडी के इस आरोपों पर बीजेपी ने नीतीश कुमार का बचाव किया है. बीजेपी प्रवक्ता अजीत चौधरी ने कहा कि एनडीए का गठन स्वार्थ के लिए नहीं बल्कि जनता की सेवा के लिए किया गया है. जनता की सेवा के लिए एनडीए के लोगों ने कोई कसर नहीं छोड़ी है. जब से लोकसभा में आरजेडी को करारी हार मिली है तब से विपक्ष हताश है.
कार्यकर्ताओं को दिए अहम निर्देश
बता दें कि बिहार में 2020 में विधानसभा का चुनाव होना है और उससे पहले कई विधानसभा सीट पर उपचुनाव भी होना है. इसको लेकर नीतीश कुमार नेताओं को पूरी ताकत के साथ इस चुनाव में लग जाने के लिए संकेत भी दिए हैं. नीतीश ने राज्य परिषद के सदस्यों और पार्टी के नेताओं को साफ कहा कि हम अपने काम और सिद्धांत के बल पर जनता के बीच जाएंगे. उन्होंने कहा कि कौन क्या बोलता है? उसपर ध्यान नहीं देते हुए काम पर फोकस करना है.