पटना: शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के समर्थन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुलकर सामने आ गए हैं. शनिवार को मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि अगर कोई अधिकारी या विभाग बच्चे बच्चियों को पढ़ाना चाहता है तो इसमें बुराई क्या है? बहुत अच्छा काम कर रहा है.
केके पाठक के सपोर्ट में नीतीश कुमार: नीतीश कुमार ने कहा कि सबको पढ़ाना चाहता है तो छुट्टी को लेकर क्या विवाद है. साथ ही नीतीश कुमार ने बिना नाम लिए इशारों-इशारों में राजभवन की ओर इशारा करते हुए कहा कि अगर किसी को कोई आपत्ति है तो वे आकर हमें बताएं. हम सबका सुनेंगे. काम तो अच्छा ही कर रहा है. बच्चे और बच्चियों की समय पर अच्छी पढ़ाई हो हमलोग यही चाहते हैं.
"बच्चे और बच्चियों को पढ़ाना ही चाहता है तो इसमें बुराई क्या है. अधिकारी और विभाग इसी मंशा से फैसला लेते हैं लेकिन उसपर ऐसी प्रतिक्रिया आने पर हमें आश्चर्य होता है."- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
सरकारी विद्यालयों की छुट्टी कम करने के फैसला: अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने शिक्षा विभाग का जबसे पदभार संभाला है, शिक्षा विभाग की ओर से नए-नए फरमान आ रहे हैं. इन फैसलों को लेकर शिक्षकों ने नाराजगी भी जताई है. शिक्षा विभाग की ओर से 29 अगस्त 2023 को पठन पाठन के कार्य को प्रभावी बनाने को लेकर सभी प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 28 अगस्त से बचे हुए दिसंबर महीने तक के लिए छुट्टियों की संख्या में कटौती कर दी गई है.
अब सिर्फ 11 छुट्टी..पहले थी 23: इस तरह के फैसले के पीछे तर्क दिया गया है कि स्कूलों में ज्यादा छुट्टियों के कारण शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के अनुसार विद्यालयों में 220 दिन कार्य दिवस होना चाहिए. शिक्षा विभाग की तरफ से रक्षा बंधन के अलावा हरितालिका व्रत तीज, जिउतिया, श्री कृष्ण जन्माष्टमी, विश्वकर्मा पूजा, भाई दूज, गुरु नानक जयंती जैसे कई पर्व त्योहार की छुट्टियां रद्द कर दी है.