बिहार: विधान परिषद में एक सवाल के जवाब के दौरान अजीबो-गरीब स्थिति देखने को मिली. जब सभापति की जगह नीतीश कुमार ही उनके रोल में नजर आए. मुख्यमंत्री अचानक सुबोध कुमार के सवाल पूछने पर भड़क गए और उठकर कहा चुप हो जाओ, बैठ जाओ.
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दूसरा सवाल पूछने की कोशिश
दरअसल, राजद नेता मोहम्मद फारूक ने ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री से एक सवाल तारांकित प्रश्न के जरिए उठाया था. जिसमें शिवहर जिले की एक सड़क को लेकर सवाल पूछा गया था. मंत्री जयंत राज के जवाब से असंतुष्ट होने पर मोहम्मद फारूक ने पूरक सवाल किया. लेकिन उसका उत्तर मिलने से पहले ही सुबोध कुमार उठकर खड़े हुए और दूसरा पूरक सवाल पूछने की कोशिश की.
नियम नहीं जानते और बोले जा रहे...
उसी वक्त सदन में मौजूद मुख्यमंत्री अपनी जगह पर खड़े हुए और जबरदस्त नाराजगी जताते हुए कहा कि आपने पूरक सवाल का जवाब बिना आए दूसरा सवाल कैसे पूछ लिया. इस पर सुबोध कुमार ने जब मुख्यमंत्री को जवाब देना चाहा तो, मुख्यमंत्री और भड़क गए और कहा चुप हो जाओ बैठ जाओ, नियम नहीं जानते और बोले जा रहे हो.
सभापति ने किया बीच बचाव
मुख्यमंत्री ने रामचंद्र पूर्वे की ओर इशारा करते हुए कहा कि आप इनको नियम क्यों नहीं बताते. सुबोध कुमार ने फिर भी बोलना जारी रखा. इसके बाद मुख्यमंत्री ने और नाराजगी जताई और कहा कि बिना नियम जाने क्यों सवाल पूछ रहे हो बैठ जाओ. इसके बाद सभापति ने बीच बचाव किया और सुबोध कुमार को बैठने के लिए कहा. सदन में एक तरह से सुबोध कुमार के खिलाफ मुख्यमंत्री की नाराजगी देखने को मिली है. हालांकि मुख्यमंत्री ने भी सभापति के बजाय खुद सुबोध कुमार को जिस तरह से बैठने का आदेश दिया, वह कहीं ना कहीं सदन में सभापति की उपस्थिति में दूसरे सदस्य पर सवाल खड़े करता है.
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मुख्यमंत्री की आपत्ति पर सुबोध कुमार ने कहा कि ऐसा तो सत्ता पक्ष के लोग भी करते हैं. इसपर बाद में मुख्यमंत्री ने सभापति से कहा कि ऐसे जो भी करता है वो गलत करता है. सभी को नियमों की जानकारी दे दी जाये.