पटना: बिहार की राजधानी पटना (Patna) के सुल्तानगंज थाना क्षेत्र (Sultanganj Police Station) में इंसानियत की अनोखी मिसाल देखने को मिली. करंट लगने से एक लंगूर की मौत के बाद स्थानीय लोगों ने उसकी शव यात्रा निकाली. इस शव यात्रा के दौरान लोग कोरोना गाइडलाइंस भूल गए. शव यात्रा में सैकड़ों लोग पहुंचे, जबकि गाइडलाइन के मुताबिक सिर्फ 25 व्यक्तियों की अनुमति है.
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दरअसल, सुल्तानगंज थाना क्षेत्र में गुलबी घाट के मोहल्ले में अचानक धमाका हुआ. इसके कारण लोग दौड़े-दौड़े घटनास्थल पर पहुंचे. वहां देखा कि एक लंगूर जमीन पर गिरा हुआ है. करंट लगने से उसकी मौत हो गयी थी.
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सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर उड़ी धज्जियां
इस मामले की सूचना मिलते ही नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची. हालांकि, स्थानीय लोगों ने निगम की टीम को लंगूर को ले जाने से रोक दिया. इसके बाद स्थानीय लोगों द्वारा लंगूर की शव यात्रा निकाली गई. इस शव यात्रा में सैंकड़ों लोग शामिल हुए.
गंगा उस पार दफनाया गया
स्थानीय लोगों ने बताया कि हनुमान जी अमर हैं. इसलिए उन्हें जलाया या फिर गंगा में बहाया नहीं गया. गंगा उस पार ले जाकर उन्हें दफनाया गया. यही नहीं, जहां उन्हें दफनाया गया, वहां उनकी तस्वीर भी लगायी गयी. साथ ही भक्तों ने काफी देर तक पूजा-अर्चना भी की. हालांकि इस दौरान मौके पर जुटे सैकड़ों लोगों में कुछ लोगों ने मास्क पहन रखा था लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई गईं.