पटना: बिहार में कोरोना संक्रमण काफी तेजी से अपना पांव पसार रहा है. आए दिन हजारों की संख्या में कोरोना संक्रमित मामलों की पुष्टि हो रही है. इसको देखते हुए सरकार ने विभिन्न गाइडलाइंस जारी किए हैं. कई तरह की पाबंदी भी लगाई गई है. लेकिन पटना रेलवे स्टेशन पर बड़ी लापरवाही की जा रही है. ईटीवी भारत की रियलिटी चेक में यह बातें सामने आई है कि ज्यादातर यात्री बिना जांच कराए ही घर चले जा रहे हैं.
टेस्ट के डर से भाग रहे लोग
पटना रेलवे स्टेशन पर कोविड जांच की व्यवस्था जिला स्वास्थ समिति की तरफ से की गई है, लेकिन सिर्फ एक गेट पर ही कोरोना जांच की व्यवस्था की गई है. पटना जंक्शन के हनुमान मन्दिर की तरफ निकलने के लिए 4 गेट हैं और जांच एक गेट पर हो रहा है. नतीजा यह है कि यात्री दूसरे गेट से आसानी से निकल जा रहे हैं.
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कोविड टेस्ट कराने से बच रहे लोग
रेलवे स्टेशन के एक मात्र गेट पर कोरोना की जांच की जा रही है और ऊपर से समस्या यह भी है कि ज्यादातर यात्री कोरोना टेस्ट नहीं कराना चाहते हैं. स्थिति यह है कि जिस गेट पर जांच की व्यवस्था नहीं है उसी गेट से यात्री निकल जा रहे हैं. कई ऐसे यात्री भी देखने को मिल रहे हैं जो टेस्ट के डर से भाग रहे हैं. वो अलग-अलग तरकीब निकालकर कोविड टेस्ट कराने से बचते हैं. कोई गंतव्य स्टेशन के पहले ही उतर जा रहा है तो कोई पहुंचने के बाद भी जुगाड़ रास्ते से भाग रहा है. इससे कोरोना संक्रमण फैलने की संभावना बढ़ती जा रही है.
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पटना जंक्शन पर लापरवाही
जांच की खानापूर्ति के लिए रेलवे स्टेशन के गेट नंबर 3 के पास में काउंटर बनाया गया है. लोकमान्य तिलक गुवाहाटी एक्सप्रेस जैसे ही पहुंची तो उसमें सैकड़ों की तादाद में श्रमिक मजदूर बाहर निकले, लेकिन जांच काउंटर के पास महज 10 लोग जांच करवाते नजर आए. बाकी सब दूसरे गेट से निकल चलते बने.