पटना: लोक आस्था का महापर्व छठ आज दूसरा दिन खरना है. ऐसे में बड़ी तादाद में श्रद्धालु गंगा घाटों पर जाकर स्नान करते देखें गए. वहीं, इनकी सुरक्षा को लेकर एनडीआरएफ की 9वीं बटालियन की टीम घाटों पर तैनात रही. बिहटा के 550 से अधिक बचावकर्मी 90 रेस्क्यू बोट के साथ पटना, बक्सर, सारण और भोजपुर में प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम पूरी तरह से मुस्तैद रही.
'बैरिकेडिंग के नहीं जाने की दी सलाह'
इस संबंध में कमान्डेंट विजय सिन्हा ने कहा कि हमारे एनडीआरएफ के प्रशिक्षित बचावकर्मी छठ पूजा खरना के अवसर पर अलग-अलग नदी घाटों पर लोगों को हर संभव मदद करने के लिए तत्पर रहे. उन्होंने कहा कि बोट पेट्रोलिंग करते हुए मेगाफोन और सिटी के माध्यम से स्नान कर रहे श्रद्धालुओं को बैरिकेडिंग के आगे नहीं जाने की सलाह दी गई.
कमांडेंट ने दी जानकारी
कमान्डेंट विजय सिन्हा ने आगे बताया कि बिहार राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की मांग पर केवल पटना शहर में छठ पर्व में 9 बटालियन एनडीआरएफ के लगभग 400 से अधिक बचावकर्मी 72 रेस्क्यू बोट और 4 जलीय एम्बुलेन्स के साथ दानापुर-पीपापुल घाट से लेकर पटना सिटी के भठ्ठा घाट तक गंगा नदी घाटों पर तैनात किये गए हैं. उन्होंने यह भी बताया कि एक टीम मनेर के हल्दी छपरा घाट पर भी तैनात है. एनडीआरएफ की सभी टीमें अत्याधुनिक बाढ-बचाव उपकरणों से लैस है.
4 कंट्रोल रुम तैयार
बता दें कि छठ पूजा के दौरान पटना में अलग-अलग गंगा घाटों पर किसी भी प्रकार की सहायता के लिए 9 बटालियन एनडीआरएफ के 4 सब-कंट्रोल रूम और मेडिकल बेस भी बनाए किए गए हैं.