पटना: गुरुवार को 9वीं बटालियन एनडीआरएफ ने आनन्दपुर (बिहटा) में स्थित केन्द्रीय प्रशिक्षण संस्थान गृह रक्षा वाहिनी परिसर में भूकम्प सुरक्षा पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया. इस मॉक ड्रिल में एनडीआरएफ के साथ गृह रक्षा वाहिनी के लगभग 250 कार्मिकों और प्रशिक्षुओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और इसे सफल बनाया.
बचाव तकनीक का अभ्यास
मॉक ड्रिल के दौरान भूकम्प आपदा में कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए खोज बचाव तकनीक का अभ्यास किया गया. इस मॉक ड्रिल के आयोजन से पहले एनडीआरएफ के कार्मिकों ने बिहार गृह रक्षा वाहिनी के कार्मिकों और प्रशिक्षुओं को खोज, बचाव और अस्पताल-पूर्व चिकित्सा तकनीक पर प्रशिक्षण दिया.
एनडीआरएफ टीम का नेतृत्व
9वीं बटालियन एनडीआरएफ टीम का नेतृत्व जय प्रकाश प्रसाद, सहायक कमान्डेंट ने किया. एनडीआरएफ की टीम ने इस दौरान ऊंची इमारत से आपदा में फंसे पीड़ितों को सुरक्षित निकालने का अभ्यास किया. इस अभ्यास के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के पहलूओं का भी पूरा ध्यान रखा गया.
क्या कहते हैं कमान्डेंट?
9वीं बटालियन एनडीआरएफ के कमान्डेंट विजय सिन्हा ने बताया कि इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य गृह रक्षा वाहिनी के कार्मिकों का आपदा रेस्पांस के क्षेत्र में कार्यक्षमता को बढ़ाना है. ताकि वास्तविक आपदा में जानमाल के नुकसान को रोकने में अपना महत्वपूर्ण भूमिका निभा सके.
रांची में जन-जागरुकता अभियान
विजय सिन्हा ने बताया कि गुरुवार को कोरोना वायरस महामारी विषय पर भी एनडीआरएफ बचावकर्मियों ने बिहार राज्य के सारण जिलान्तर्गत मढौरा प्रखंड, सुपौल जिलान्तर्गत राघोपुर प्रखंड में, पटना सिटी स्थित नारायणी बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में और झारखंड राज्य के राजधानी रांची में जन-जागरुकता अभियान चलाया गया.
कोरोना से बचाव का शपथ
इसके साथ ही उपस्थित लोगों और छात्राओं को कोरोना से बचाव का शपथ दिलाया गया. लोगों को घर से बाहर निकलते वक्त मास्क का इस्तेमाल करने, व्यक्तिगत दूरी का पालन करने और हाथों की लगातार सफाई करने के बारे में बताया गया.