पटना: केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन कृषि कानूनों के विरोध और किसान आंदोलन के समर्थन में शनिवार को महागठबंधन की ओर से बिहार में मानव श्रृंखला बनाई गई. इसपर एनडीए में शामिल दलों ने तंज कसा है. एनडीए ने मानव श्रृंखला को फ्लॉप बनाया है. बीजेपी के प्रवक्ता ने राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग किसानों से जमीन लिखवाते थे वे अब किसानों के नाम पर मानव श्रृंखला बना रहे हैं.
गौरतलब है कि किसानों की समस्या को लेकर राजद के नेतृत्व में मानव श्रृंखला का आह्वान किया गया था. महागठबंधन के नेता मानव श्रृंखला बनाने के लिए सड़कों पर उतरे. एनडीए के नेताओं ने महागठबंधन की मानव श्रृंखला पर सवाल खड़े किए हैं.
मानव श्रृंखला से गायब थे मानव
भाजपा प्रवक्ता डॉ राम सागर सिंह ने कहा "किसानों के हितों का ख्याल नरेंद्र मोदी की सरकार ने रखा है. जो लोग किसानों से जमीन लिखवाते थे वे आज मानव श्रृंखला बना रहे हैं. किसान ऐसे लोगों के साथ क्यों जाएंगे. उन्हें लगेगा कि अगर ऐसे लोगों के साथ गए तो हमारी जमीन भी लिखवा ली जाएगी."
"मानव श्रृंखला से मानव ही गायब थे. श्रृंखला कहां से बन पाती. किसान इनके साथ क्यों आएंगे. केंद्र और राज्य सरकार किसानों के लिए काम कर रही है. केंद्र सरकार ने किसानों के खाते में पैसे पहुंचाए हैं. राज्य सरकार सिंचाई के लिए खेतों तक बिजली पहुंचा रही है. सरकार एमएसपी के दर पर किसानों से फसल खरीद रही है."- डॉ राम सागर सिंह, भाजपा प्रवक्ता
सत्ता पक्ष से मदद मांग लेते तेजस्वी
हम पार्टी के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा "महागठबंधन की मानव श्रृंखला में किसान का अता पता नहीं था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दो बार मानव श्रृंखला बनाई. शराबबंदी के मुद्दे पर बनाई गई मानव श्रृंखला अपने आप में एक रिकॉर्ड है."
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"तेजस्वी यादव ने बिना किसी तैयारी के किसानों की समस्या को लेकर मानव श्रृंखला का आह्वान किया. उन्हें जनता का समर्थन नहीं मिला. अगर उनके पास कार्यकर्ता नहीं थे तो सत्ता पक्ष से मदद मांग लेते. हमलोग अपने कुछ कार्यकर्ता भेजकर कम से कम बिहार को अपमानित होने से बचा लेते."- दानिश रिजवान, प्रवक्ता, हम
"मुझे कहीं कोई मानव श्रृंखला नहीं दिखी. पूरे बिहार में महागठबंधन की मानव श्रृंखला को समर्थन नहीं मिला. यहां तक कि तेजस्वी यादव के विधानसभा क्षेत्र राघोपुर में लोग मानव श्रृंखला के लिए बाहर नहीं आए. महागठबंधन को जनता और किसानों का समर्थन नहीं मिला. बिहार मानव श्रृंखला को लेकर रिकॉर्ड बनाने वाला राज्य है. आज जो मानव श्रृंखला बनाई गई वह मजाक साबित हुई."- अभिषेक झा, जदयू प्रवक्ता