पटना: आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव (RJD Chief Lalu Yadav) के बड़े बेटे और विधायक तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) पिछले कुछ समय से प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) के खिलाफ लगातार हमलावर रहे हैं. इस बार तो उन्होंने उन पर 'हिटलर शाही' और 'कुर्सी को बपौती' समझने का आरोप लगा दिया. उनके इस बयान की जहां एनडीए (NDA) आलोचना कर रहा है, वहीं पार्टी के लिए सफाई देते नहीं बन रही है.
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जेडीयू के प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार ने आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को लेकर दिए गए तेजप्रताप यादव के बयान की निंदा की है. लालू परिवार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि लालू यादव अपने आप को 74 आंदोलन की उपज बताते हैं और जगदा बाबू भी 74 आंदोलन के ही नेता हैं. ऐसे में उन्हें 'हिटलर' बताना, भाषाई अपमान है.
नीरज कुमार ने कहा कि आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव ही हैं, लेकिन वह अपने परिवार के लोगों को कंट्रोल नहीं कर पा रहे हैं. इससे पहले भी तेजप्रताप ने रघुवंश बाबू का अपमान किया था. अगर आरजेडी अध्यक्ष कार्रवाई करने की बजाय खामोश रहते हैं तो इससे साफ पता चलता है कि उनकी भी मौन सहमति है.
वहीं, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता विजय यादव ने भी तेजप्रताप के बयान को जगदानंद सिंह का अपमान बताया है. उन्होंने कहा कि आरजेडी परिवार की पार्टी है. ये लोग परिवार से ऊपर उठकर राजनीति नहीं करते हैं. जगदा बाबू सीनियर नेता हैं. वे सम्मान के साथ राजनीति करते हैं, लेकिन उनको लालू परिवार की तरफ से बार-बार अपमानित किया जाता है.
हम प्रवक्ता ने कहा कि जगदा बाबू के प्रति लालू परिवार में कोई सम्मान नहीं है. मैं उनसे कहना चाहूंगा कि आखिर कब तक लालू परिवार के अपमान को आप झेलते रहेंगे. आप अभी भी चुप हैं. अब समय आ गया है कि आप कुछ निर्णय लें.
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तेजप्रताप के बयान से आरजेडी के अंदर असमंजस की स्थिति है. पार्टी नेता के लिए किसी के भी पक्ष में बयान देते नहीं बन रहा है. प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा कि उनके बयान को हमने सुना नहीं है, लेकिन जगदा बाबू हमारे पार्टी के सीनियर नेता है. वे समाजवाद की उपज हैं, हमारी पार्टी में उनका हर कोई सम्मान करता है.
वहीं, राजनीतिक विश्लेषक संजय कुमार मानते हैं कि जगदा बाबू एक वरिष्ठ नेता है. उनकी सोच हमेशा दुर्गामी रही है, लेकिन जिस तरह से पार्टी के अंदर तेज प्रताप यादव द्वारा बार-बार अपमानित किया जा रहा है, यह कहीं से भी उचित नहीं है. जब भी तेज प्रताप उन पर कोई बयान देते हैं तो उन बयानों के ऊपर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का कुछ बयान नहीं आता है. इससे समझा जा सकता है कि शायद शीर्ष नेतृत्व का उन्हें बल मिल रहा है.
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आपको बताएं कि पटना में आयोजित छात्र आरजेडी की बैठक के दौरान तेजप्रताप यादव ने प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह पर हमला बोलते हुए कहा था, 'जगदानंद सिंह हिटलर शाही चला रहे हैं और पार्टी में मनमानी कर रहे हैं. वह कुर्सी को अपनी बपौती समझ रहे हैं, जबकि कुर्सी किसी की नहीं होती है, कब किसके कुर्सी चला जाए कोई ठिकाना नहीं होता है.'