पटना: राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद(नैक) टीम ने बुधवार को एकबार फिर पटना विश्वविद्यालय का दौरा किया. मालूम हो कि यह तीसरा दौरा है. वहां उन्होंने सेंट्रल लाइब्रेरी का भी जायजा लिया. टीम ने वहां रखी विभिन्न पांडुलिपियों को देखा. साथ ही विभिन्न विभागों के अध्यक्षों से मुलाकात की.
नैक टीम के सभी सदस्यों ने कहा कि उन्हें पीयू की व्यवस्था पर पूरा भरोसा है. कुछ खामियां हैं, जिसे दूर करने के प्रयास किए जा रहे हैं. इस दौरान एलुमिनाई के कई सदस्यों ने वोकेशनल कोर्स के लिए अलग विभाग बनाने का सुझाव भी दिया.
एलुमिनाई सदस्यों ने दिए कई सुझाव
पद्मश्री उषाकिरण खान ने विश्वविद्यालय में शोध और प्रायोगिक पढ़ाई पर विचार दिया. वहीं, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय को 2 साल पहले ही 100 वर्ष पूरा हुआ है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं कार्यक्रम में शामिल हुए थे. मानव संसाधन विकास मंत्रालय को विश्वविद्यालय को तत्काल हेरिटेज विश्वविद्यालय का दर्जा देना चाहिए. वहीं, कई एलुमिनाई के लोगों ने प्लेसमेंट सेल सुव्यवस्थित करने की भी सलाह दी. साथ ही शिक्षकों की कमी पर भी प्रमुखता से सवाल उठाया.
छात्रों से मिलने हॉस्टल पहुंची टीम
सेंट्रल लाइब्रेरी का जायजा लेते हुए निरीक्षण टीम ने कई हॉस्टल में छात्रों से मुलाकात की. टीम ने पटना लॉ कॉलेज के पास रानी घाट स्थित हथवा हॉस्टल भी गई. जहां छात्रों ने शिक्षकों की कमी को भी प्रमुखता से बताया. कई छात्रों ने कहा कि शिक्षकों की कमी के बावजूद एकेडमिक कैलेंडर दुरुस्त है. नामांकन कक्षाएं, फॉर्म परीक्षा और रिजल्ट सभी समय पर संचालित होते हैं. जिसका लाभ छात्रों को मिलता है. कुछ छात्रों ने समय के अनुसार पाठ्यक्रम में बदलाव और शिक्षकों को अपडेट करने की व्यवस्था लागू करने का भी सुझाव दिया.