पटना: कहा जाता है कि धरती जब धानी चुनर ओढ़ ले और मौसम सुहावना लगने लगे तभी यह वसंत ऋतु का आगमन का संदेश होता है. इन दिनों कुछ ऐसा ही नजारा पटना के ग्रामीण इलाकों में देखने को मिल रही है. जहां पर पीले पीले सरसों के फूल खेतों में देखकर ऐसा लग रहा है जैसे खेतों में सोने की छटा बिखरी है. इसी के तहत राजधानी पटना के मसौढ़ी प्रखंड के खेत खलिहानों में सरसों की उपज के बाद किसानों में काफी खुशी दिख रही है. सारे किसानों के चेहरे पर मुस्कान देखने को मिल रहा है.
ये भी पढ़ें- जानिए 'ग्रीन मैन' सिकंदर की पूरी कहानी, अकेले ही रोपे एक लाख पौधे
पीले सरसों फूलों से गुलजार खेत: राजधानी समेत पूरे जिले में सरकार ने तिलहन खेती में पैदावार को बढ़ाने के लिए सरकार ने मस्टर्ड मिशन योजना की शुरुआत की थी. इसके तहत किसानों को मुफ्त में सरसों कीट का वितरण किया था. इस योजना के तहत महिला किसानों को 33% आरक्षण भी दिया जाता है. बताया जाता है कि पूरे मसौढी प्रखंड में 250 किसानों के बीच सरसों के कीट का मुफ्त में वितरण करने के साथ जिले के 210 हेक्टेयर जमीन में इन बीजों को लगाने के लिए लक्ष्य निर्धारित की गई थी. जिसके बाद पटना के ग्रामीण इलाकों में सरसों के बीज लगाए गए और आज इस बीज से सरसों के फूल खेतों में सजने लगे हैं. ऐसे में किसान पीली सरसों की खेती करने के बाद अच्छी पैदावार होने की उम्मीद लगाए हुए हैं.
210 हेक्टेयर में खेती: किसानों के अनुसार खेतों में छाई हरियाली और पीले फूलों के मनमोहक खुशबू का यह मनोरम दृश्य देखकर किसानों के चेहरे पर मुस्कान आ गई है. सरसों की फसल से धानी चुनर पहने हरितमा सुशोभित दिख रहा है. पूरे मसौढ़ी प्रखंड में 210 हेक्टेयर में सरसों की खेती करने के बाद पीला सरसों से किसान आत्मनिर्भर और समृद्ध बन रहे हैं.
ये भी पढ़ें- Mountain Man of MP: सीधी में पत्नी को पानी लाने में हुई परेशानी, तो पति ने पहाड़ तोड़कर बना दिया कुआं