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कोरोना काल में 1526 ट्रेनों से बिहार पहुंचे 21 लाख से अधिक प्रवासी मजदूर

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Published : Jun 17, 2020, 4:44 PM IST

Updated : Jun 17, 2020, 7:27 PM IST

3 मई से विशेष श्रमिक ट्रेनों के माध्यम से 23 राज्यों से 21 लाख से अधिक लोग बिहार पहुंचे हैं. आजादी के बाद देश में इतने बड़े पैमाने पर लोगों की आवाजाही कभी नहीं हुई.

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पटना: कोरोना संकटकाल में दूसरे राज्यों से 21 लाख से अधिक लोग बिहार पहुंचे हैं. 3 मई से लेकर अब तक 1526 ट्रेन बिहार पहुंच चुकी है. सबसे ज्यादा श्रमिक स्पेशल ट्रेन गुजरात से बिहार आई है. उसके बाद महाराष्ट्र, पंजाब, दिल्ली जैसे राज्यों से भी 100 से ज्यादा ट्रेनें बिहार पहुंची है.

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प्रवासी मजदूर

लोगों को ट्रेन से लाने का बना रिकॉर्ड
देश में आजादी के बाद पहली बार इतनी बड़ी संख्या में लोगों का एक जगह से दूसरे जगह पलायन हुआ है. प्रवासी मजदूरों का ये पलायन अपने आप में एक रिकॉर्ड है. 3 मई के बाद से श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलनी शुरू हुई थी. जून के पहले सप्ताह तक बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों से ट्रेनें बिहार आईं. 1526 ट्रेन से पहुंचने वाले 21 लाख 56 हजार से अधिक लोगों को बिहार सरकार ने उनके संबंधित जिलों में पहुंचाया. 15 लाख से अधिक लोगों को क्वारंटीन केंद्रों पर रखा गया.

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विशेषज्ञ डीएम दिवाकर

'अधिक संख्या में रिवर्स पलायन'
विशेषज्ञ डीएम दिवाकर का कहना है कि आजादी के समय बड़ी संख्या में दोनों देशों से लोगों का पलायन हुआ था. लेकिन कोरोना वायरस के संक्रमण काल में उससे भी अधिक संख्या में रिवर्स पलायन हुआ है. इन लोगों की माली हालत कोई बहुत बेहतर नहीं है. इन प्रवासी मजदूरों को घर लौटने के लिए भी अपने घर से पैसे मंगवाने पड़े हैं.

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मंत्री जय कुमार सिंह

'बॉर्डर इलाकों से भी चलाई गई 200 से अधिक ट्रेनें'
मंत्री जय कुमार सिंह का भी कहना है कि इतनी बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूरों को बिहार लाना भी एक बड़ी चुनौती थी. लेकिन उस चुनौती को भी हमने स्वीकार किया. कोरोना वायरस की महामारी के समय सबसे ज्यादा गुजरात, महाराष्ट्र, पंजाब और दिल्ली जैसे राज्यों से लोग बिहार पहुंचे हैं. उड़ीसा, नागालैंड,पांडिचेरी से भी एक-एक ट्रेन हजारों लोग बिहार पहुंचे. बिहार बॉर्डर इलाकों से भी 200 से अधिक ट्रेनें चलाई गई.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट


श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से पहुंचे कुल इतने लोग :-

  • गुजरात 234 ट्रेन से 339743 लोग बिहार पहुंचे
  • महाराष्ट्र 195 ट्रेन से 281668 लोग बिहार पहुंचे
  • पंजाब 122 ट्रेन 164285 लोग बिहार पहुंचे
  • दिल्ली 116 ट्रेन से 175321 लोग बिहार पहुंचे
  • उत्तर प्रदेश 87 ट्रेन से 1 लाख 28025 लोग बिहार पहुंचे
  • कर्नाटक 80 ट्रेन से 118753 लोग बिहार पहुंचे
  • तमिल नाडु 75 ट्रेन से 97727 लोग बिहार पहुंचे
  • राजस्थान 61 ट्रेन से 85705 लोग बिहार पहुंचे
  • तेलंगाना 38 ट्रेन से 55100 लोग बिहार पहुंचे
  • हरियाणा 76 ट्रेन से 104762 लोग बिहार पहुंचे
  • केरला 36 ट्रेन से 44152 लोग बिहार पहुंचे
  • आंध्र प्रदेश 20 ट्रेन से 28055 लोग बिहार पहुंचे
    patna
    यात्रियों का आंकड़ा

  • चंडीगढ़ 10 ट्रेन से 13564 लोग बिहार पहुंचे
  • त्रिपुरा से 6 ट्रेन से 7764 लोग बिहार पहुंचे
  • उत्तराखंड 10 ट्रेन से 13396 लोग पहुंचे
  • वेस्ट बंगाल से तीन ट्रेन से 3875 लोग पहुंचे
  • जम्मू कश्मीर 4 ट्रेन से 5050 लोग पहुंचे
  • गोवा 7 ट्रेन से 8931 लोग बिहार पहुंचे

राज्यों से बिहार पहुंचे हैं 21 लाख से अधिक प्रवासी
3 मई से विशेष श्रमिक ट्रेनों के माध्यम से 23 राज्यों से 21 लाख से अधिक लोग बिहार पहुंचे हैं. आजादी के बाद देश में इतने बड़े पैमाने पर लोगों की आवाजाही कभी नहीं हुई. इस तरह से यह रिकॉर्ड बना है. बिहार सरकार की ओर से लोगों की मैपिंग कराई गई है और बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मुहैया कराए जा रहे हैं. इन प्रवासियों के आने से बिहार में कोरोना संक्रमण के आंकड़ों का ग्राफ भी तेजी से बढ़ा है. बता दें कि राज्य के कुल पॉजिटिव मरीजों में प्रवासी बिहारियों की भागेदारी 70 फीसदी से अधिक है.

पटना: कोरोना संकटकाल में दूसरे राज्यों से 21 लाख से अधिक लोग बिहार पहुंचे हैं. 3 मई से लेकर अब तक 1526 ट्रेन बिहार पहुंच चुकी है. सबसे ज्यादा श्रमिक स्पेशल ट्रेन गुजरात से बिहार आई है. उसके बाद महाराष्ट्र, पंजाब, दिल्ली जैसे राज्यों से भी 100 से ज्यादा ट्रेनें बिहार पहुंची है.

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प्रवासी मजदूर

लोगों को ट्रेन से लाने का बना रिकॉर्ड
देश में आजादी के बाद पहली बार इतनी बड़ी संख्या में लोगों का एक जगह से दूसरे जगह पलायन हुआ है. प्रवासी मजदूरों का ये पलायन अपने आप में एक रिकॉर्ड है. 3 मई के बाद से श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलनी शुरू हुई थी. जून के पहले सप्ताह तक बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों से ट्रेनें बिहार आईं. 1526 ट्रेन से पहुंचने वाले 21 लाख 56 हजार से अधिक लोगों को बिहार सरकार ने उनके संबंधित जिलों में पहुंचाया. 15 लाख से अधिक लोगों को क्वारंटीन केंद्रों पर रखा गया.

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विशेषज्ञ डीएम दिवाकर

'अधिक संख्या में रिवर्स पलायन'
विशेषज्ञ डीएम दिवाकर का कहना है कि आजादी के समय बड़ी संख्या में दोनों देशों से लोगों का पलायन हुआ था. लेकिन कोरोना वायरस के संक्रमण काल में उससे भी अधिक संख्या में रिवर्स पलायन हुआ है. इन लोगों की माली हालत कोई बहुत बेहतर नहीं है. इन प्रवासी मजदूरों को घर लौटने के लिए भी अपने घर से पैसे मंगवाने पड़े हैं.

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मंत्री जय कुमार सिंह

'बॉर्डर इलाकों से भी चलाई गई 200 से अधिक ट्रेनें'
मंत्री जय कुमार सिंह का भी कहना है कि इतनी बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूरों को बिहार लाना भी एक बड़ी चुनौती थी. लेकिन उस चुनौती को भी हमने स्वीकार किया. कोरोना वायरस की महामारी के समय सबसे ज्यादा गुजरात, महाराष्ट्र, पंजाब और दिल्ली जैसे राज्यों से लोग बिहार पहुंचे हैं. उड़ीसा, नागालैंड,पांडिचेरी से भी एक-एक ट्रेन हजारों लोग बिहार पहुंचे. बिहार बॉर्डर इलाकों से भी 200 से अधिक ट्रेनें चलाई गई.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट


श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से पहुंचे कुल इतने लोग :-

  • गुजरात 234 ट्रेन से 339743 लोग बिहार पहुंचे
  • महाराष्ट्र 195 ट्रेन से 281668 लोग बिहार पहुंचे
  • पंजाब 122 ट्रेन 164285 लोग बिहार पहुंचे
  • दिल्ली 116 ट्रेन से 175321 लोग बिहार पहुंचे
  • उत्तर प्रदेश 87 ट्रेन से 1 लाख 28025 लोग बिहार पहुंचे
  • कर्नाटक 80 ट्रेन से 118753 लोग बिहार पहुंचे
  • तमिल नाडु 75 ट्रेन से 97727 लोग बिहार पहुंचे
  • राजस्थान 61 ट्रेन से 85705 लोग बिहार पहुंचे
  • तेलंगाना 38 ट्रेन से 55100 लोग बिहार पहुंचे
  • हरियाणा 76 ट्रेन से 104762 लोग बिहार पहुंचे
  • केरला 36 ट्रेन से 44152 लोग बिहार पहुंचे
  • आंध्र प्रदेश 20 ट्रेन से 28055 लोग बिहार पहुंचे
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    यात्रियों का आंकड़ा

  • चंडीगढ़ 10 ट्रेन से 13564 लोग बिहार पहुंचे
  • त्रिपुरा से 6 ट्रेन से 7764 लोग बिहार पहुंचे
  • उत्तराखंड 10 ट्रेन से 13396 लोग पहुंचे
  • वेस्ट बंगाल से तीन ट्रेन से 3875 लोग पहुंचे
  • जम्मू कश्मीर 4 ट्रेन से 5050 लोग पहुंचे
  • गोवा 7 ट्रेन से 8931 लोग बिहार पहुंचे

राज्यों से बिहार पहुंचे हैं 21 लाख से अधिक प्रवासी
3 मई से विशेष श्रमिक ट्रेनों के माध्यम से 23 राज्यों से 21 लाख से अधिक लोग बिहार पहुंचे हैं. आजादी के बाद देश में इतने बड़े पैमाने पर लोगों की आवाजाही कभी नहीं हुई. इस तरह से यह रिकॉर्ड बना है. बिहार सरकार की ओर से लोगों की मैपिंग कराई गई है और बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मुहैया कराए जा रहे हैं. इन प्रवासियों के आने से बिहार में कोरोना संक्रमण के आंकड़ों का ग्राफ भी तेजी से बढ़ा है. बता दें कि राज्य के कुल पॉजिटिव मरीजों में प्रवासी बिहारियों की भागेदारी 70 फीसदी से अधिक है.

Last Updated : Jun 17, 2020, 7:27 PM IST
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