पटना: भाकपा माले का पांच दिवसीय 11वां महाधिवेशन चल रहा है. पहले दिन लोकतंत्र बचाओ देश बचाओ महारैली का आयोजन पटना के गांधी मैदान में किया गया. इस कार्यक्रम में पार्टी के विधायक मनोज मंजिल रैली को संबोधित करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मांग की है कि प्रदेश में रिक्त पड़े लाइब्रेरियन और शिक्षकों के पद को अविलंब भरा जाए. साथ ही अन्य बहालियां जो लंबित हैं, उस पर बहाली कराई जाए.
'पढ़ाई, दवाई, सिंचाई का वादा हो पूरा': मंच से संबोधन के बाद ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए मनोज मंजिल ने कहा कि युवाओं के लिए रोजगार एक प्रमुख मुद्दा है और युवाओं के लिए बेहतर रोजगार सरकारी नौकरी से है. मैं और मेरी पार्टी हमेशा युवाओं के हित की बात करते हैं. ऐसे में युवाओं के हित में हमने प्रदेश के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से रोजगार की मांग की है. बिहार में शिक्षकों के 60% पद रिक्त हैं. चिकित्सकों के 60% पद रिक्त हैं. सिंचाई के लिए स्टाफ की कमी है. ऐसे में महागठबंधन ने जो वादा किया था पढ़ाई, दवाई, सिंचाई उस वादे को पूरा करना चाहिए.
"आगामी बजट सत्र में हम शिक्षकों की बहाली का मुद्दा उठाएंगे. भाकपा माले बिहार के आम अवाम और गरीबों की एकमात्र पार्टी है. 2024 लोकसभा चुनाव में प्रदेश में भाकपा माले की भूमिका काफी अहम होगी और इसी को लेकर 18 फरवरी को विपक्षी दलों का अधिवेशन बुलाया गया है. इस अधिवेशन में नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव, हेमंत सोरेन जैसे तमाम नेता पहुंच रहे हैं. 2024 के लिए विस्तार से रणनीति तैयार की जाएगी और देश में जो फासीवादी ताकतें बढ़ रही हैं उसे कमजोर करने और नरेंद्र मोदी को सत्ता से उखाड़ फेंकने का बिगुल फूंका जाएगा."- मनोज मंजिल, सीपीआई एमएल विधायक
'जनता की भावनाओं का किया सम्मान': मनोज मंजिल ने कहा कि जनता की भावनाओं को देखते हुए वह सरकार में है. बाहर से सरकार को समर्थन दिए हुए हैं लेकिन जहां भी जनता के ऊपर अत्याचार होगा वह सरकार का विरोध करेंगे. जनता के साथ आंदोलन करेंगे. गरीबों पर यदि बुलडोजर चलता है युवाओं पर लाठी चार्ज होता है तो वह लोग चुप नहीं बैठेंगे और सरकार से सवाल पूछेंगे.