पटना: बिहार में नल जल योजना में गड़बड़ी (Scam in Nal Jal scheme) पर लगातार उठते सवालों के बीच पंचायती राज मंत्री गौतम मुरारी ने बयान दिया था कि नल जल योजना (Bihar Government Nal Jal Yojna) अधिकारियों के कारण फेल हो रही है. उस पर जदयू मंत्री श्रवण कुमार (JDU minister Shravan Kumar) ने कहा हर मंत्री को अपने विभाग के बारे में समीक्षा करनी चाहिए. समीक्षा करने के बाद अधिकारियों को निर्देश दें और अधिकारी काम नहीं करते हैं तब जाकर कह सकते हैं कि अधिकारी टालमटोल कर रहे हैं. जिस विभाग के मंत्री हैं उनको अपने विभाग की समीक्षा करनी चाहिए और नीचे स्तर पर जाकर स्थिति को देखना चाहिए.
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हर मंत्री को करनी चाहिए अपने विभाग की समीक्षा: श्रवण कुमार ने कहा हम लोग भी योजनाओं को पंचायत स्तर पर जाकर समीक्षा करते हैं और जो भी कमियां रहती है उसे दूर करने के लिए अधिकारियों को निर्देश देते हैं अधिकारियों को तो निर्देश का पालन करना है और पालन करते हैं जो नहीं करेंगे उनके खिलाफ करवाई करने का भी हम लोगों को अधिकार है. कार्रवाई करके उनका हिसाब किताब ठीक कर सकते हैं. मंत्री क्यों बयान दे रहे हैं इस तरह का यह तो वही बता सकते हैं लेकिन नीतीश कुमार की सरकार में इतने दिन काम करने का हम लोगों को मौका मिला है. बारीकी से चीजों को देखते हैं और उसके बाद ही बयान देते हैं. गौतम मुरारी से पहले आरजेडी कोटे के मंत्री सुधाकर सिंह ने भी अधिकारियों को लेकर खूब बयान दिए थे बाद में सुधाकर सिंह को इस्तीफा देना पड़ा था.
"हम लोग भी योजनाओं को पंचायत स्तर पर जाकर समीक्षा करते हैं और जो भी कमियां रहती है उसे दूर करने के लिए अधिकारियों को निर्देश देते हैं अधिकारियों को तो निर्देश का पालन करना है और पालन करते हैं जो नहीं करेंगे उनके खिलाफ करवाई करने का भी हम लोगों को अधिकार है. कार्रवाई करके उनका हिसाब किताब ठीक कर सकते हैं. मंत्री क्यों बयान दे रहे हैं इस तरह का यह तो वही बता सकते हैं लेकिन नीतीश कुमार की सरकार में इतने दिन काम करने का हम लोगों को मौका मिला है. बारीकी से चीजों को देखते हैं और उसके बाद ही बयान देते है". :- श्रवण कुमार, जदयू मंत्री
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