ETV Bharat / state

बाबा बैद्यनाथ जाने वाले कांवड़ियों को मिलेगी मोबाइल एप से सुविधाओं की जानकारी

गुरुवार से सावन माह की शुरुआत हो रही है. सावन के दौरान विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला (Shravani Mela in Sawan) पूरे एक महीने तक चलता है. इस दौरान देश भर से लाखों की संख्या में श्रद्धालु सुल्तानगंज से गंगाजल लेकर झारखंड के देवघर बाबा धाम पहुंचते हैं. इस बार बिहार पर्यटन विभाग ने श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ख्याल रखते हुए ''कांवर यात्रा 2022'' मोबाईल एप लॉन्च किया है. पढ़ें पूरी खबर....

बिहार में श्रावणी मेला का आयोजन
बिहार में श्रावणी मेला का आयोजन
author img

By

Published : Jul 13, 2022, 4:52 PM IST

Updated : Jul 13, 2022, 7:41 PM IST

पटना: बिहार सरकार के पर्यटन विभाग ने श्रावणी मेला (Shravani Mela 2022) के पहले एक बड़ी और अहम पहल की है. विभाग ने ''कांवर यात्रा 2022'' मोबाईल एप (Mobile App Kanwar Yatra 2022) को शुरू किया है. इस एप के माध्यम से सुदूर प्रांतो एवं राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से आए कांवरियों व श्रद्धालुओं को एप केमाध्यम से सूचनाएं उपलब्ध करायी जाएगी. एप को विभागीय मंत्री नारायण प्रसाद ने लॉन्च किया. यह एप एंड्रॉयड और आईओएस दोनों ही प्लेटफार्म पर उपलब्ध है.

यह भी पढ़ें: 14 जुलाई से श्रावणी मेला शुरू, कांवरियों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात

एप के जरिये मिलेंगी जरूरी सूचनाएं: पर्यटन मंत्री नारायण प्रसाद (Minister Narayan Prasad) ने कहा कि परम पावन श्रावणी मेला 2022 के अवसर पर बिहार पर्यटन विभाग ने मोबाईल एप का निर्माण कराया है. इस मोबाईल एप में कांवरिया सर्किट के अंतर्गत आने वाले जिले जैसे बांका, मुंगेर, भागलपुर से सूचनाएं संकलित की गयी है. इस मोबाईल एप को गूगल प्ले स्टोर से ‘‘कांवर यात्रा 2022’’ (Kanwar Yatra 2022) लिख कर डाउनलोड किया जा सकता है. इससे श्रद्धालुओं को काफी सुविधा होगी.

तीन जिलों में कंट्रोल रूम: नारायण प्रसाद ने बताया कि बाबा धाम पहुंचने के लिए सड़क मार्ग, ट्रेन तथा वायु मार्ग की विस्तृत जानकारी उपलब्ध करायी गयी है. जिसके सहायता से सुल्तानगंज पहुंचना काफी आसान होगा. मेला का इतिहास के लिंक पर क्लिक करने पर श्रावणी मेला के इतिहास के संबंध में जानकारी प्राप्त की जा सकती है. इसके अलावा भागलपुर, बांका, मुंगेर में कंट्रोल रूम की स्थापना की गयी है. कंट्रोल रूम के लिंक पर क्लिक करने के बाद तीन जिलों का विकल्प दिया गया है.

एप से आवास की बुकिंग: मंत्री ने कहा कि किसी भी जिले पर क्लिक करके के वहां उपलब्ध सुविधाओं की विवरणी प्राप्त की जा सकती है. कंट्रोल रूम के अंतर्गत प्रशासन, पुलिस, सफाई समिति, पेयजल समिति, आपदा, विधि व्यवस्था, यातायात, स्वास्थ्य समिति की जानकारी एप में उपलब्ध करायी गयी है. साथ ही आवास के लिए धर्मशाला लिंक पर क्लिक करने के बाद तीन जिलों के चयन का विकल्प दिया गया है. वांछित जिला क्लिक करने पर उस जिले में अवस्थित सरकारी आवास तथा होटल, गेस्ट हाउस या धर्मशाला का सब-लिंक दिया गया है.

यह भी पढ़ें: 14 जुलाई से शुरू हो रहा सावन, भागलपुर से देवघर होती है श्रद्धालुओं की पैदल कांवड़ यात्रा

अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध: इसके अलावा एप के जरिए श्रद्धालु स्वास्थ्य शिविर, शौचालय एवं स्नानागार जैसी सुविधाओं के बार में जानकारी ले सकेंगे. साथ ही कोई समस्या होने पर एप के जरिए सहायता के लिए शिकायत कर सकते हैं. पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल ने बताया कि गैलेरी के लिंक के अंतर्गत फोटोग्राफ तथा वीडियो को समाहित किया गया है. श्रावणी मेला के उद्घाटन अवसर पर हंसराज रघुवंशी सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति देंगे. इस बार श्रद्धालुओं के लिए प्रतिदिन सांस्कृित कार्यक्रम आयोजिन करने का फैसला किया गया है.

बता दें कि देवघर जाने वाले श्रद्धालु भागलपुर जिले के सुल्तानगंज से दक्षिणीवाहिनी गंगा से गंगाजल लेकर देवघर स्थित बाबा धाम तक कांवड़ लिए पैदल आते हैं. जिसके बाद वे मंदिर पहुंचकर भगवान शिव पर जलार्पण करते हैं. कांवड़ यात्रा 14 जुलाई से प्रारंभ हो रही है जो करीब एक महीने चलेगी.

पटना: बिहार सरकार के पर्यटन विभाग ने श्रावणी मेला (Shravani Mela 2022) के पहले एक बड़ी और अहम पहल की है. विभाग ने ''कांवर यात्रा 2022'' मोबाईल एप (Mobile App Kanwar Yatra 2022) को शुरू किया है. इस एप के माध्यम से सुदूर प्रांतो एवं राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से आए कांवरियों व श्रद्धालुओं को एप केमाध्यम से सूचनाएं उपलब्ध करायी जाएगी. एप को विभागीय मंत्री नारायण प्रसाद ने लॉन्च किया. यह एप एंड्रॉयड और आईओएस दोनों ही प्लेटफार्म पर उपलब्ध है.

यह भी पढ़ें: 14 जुलाई से श्रावणी मेला शुरू, कांवरियों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात

एप के जरिये मिलेंगी जरूरी सूचनाएं: पर्यटन मंत्री नारायण प्रसाद (Minister Narayan Prasad) ने कहा कि परम पावन श्रावणी मेला 2022 के अवसर पर बिहार पर्यटन विभाग ने मोबाईल एप का निर्माण कराया है. इस मोबाईल एप में कांवरिया सर्किट के अंतर्गत आने वाले जिले जैसे बांका, मुंगेर, भागलपुर से सूचनाएं संकलित की गयी है. इस मोबाईल एप को गूगल प्ले स्टोर से ‘‘कांवर यात्रा 2022’’ (Kanwar Yatra 2022) लिख कर डाउनलोड किया जा सकता है. इससे श्रद्धालुओं को काफी सुविधा होगी.

तीन जिलों में कंट्रोल रूम: नारायण प्रसाद ने बताया कि बाबा धाम पहुंचने के लिए सड़क मार्ग, ट्रेन तथा वायु मार्ग की विस्तृत जानकारी उपलब्ध करायी गयी है. जिसके सहायता से सुल्तानगंज पहुंचना काफी आसान होगा. मेला का इतिहास के लिंक पर क्लिक करने पर श्रावणी मेला के इतिहास के संबंध में जानकारी प्राप्त की जा सकती है. इसके अलावा भागलपुर, बांका, मुंगेर में कंट्रोल रूम की स्थापना की गयी है. कंट्रोल रूम के लिंक पर क्लिक करने के बाद तीन जिलों का विकल्प दिया गया है.

एप से आवास की बुकिंग: मंत्री ने कहा कि किसी भी जिले पर क्लिक करके के वहां उपलब्ध सुविधाओं की विवरणी प्राप्त की जा सकती है. कंट्रोल रूम के अंतर्गत प्रशासन, पुलिस, सफाई समिति, पेयजल समिति, आपदा, विधि व्यवस्था, यातायात, स्वास्थ्य समिति की जानकारी एप में उपलब्ध करायी गयी है. साथ ही आवास के लिए धर्मशाला लिंक पर क्लिक करने के बाद तीन जिलों के चयन का विकल्प दिया गया है. वांछित जिला क्लिक करने पर उस जिले में अवस्थित सरकारी आवास तथा होटल, गेस्ट हाउस या धर्मशाला का सब-लिंक दिया गया है.

यह भी पढ़ें: 14 जुलाई से शुरू हो रहा सावन, भागलपुर से देवघर होती है श्रद्धालुओं की पैदल कांवड़ यात्रा

अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध: इसके अलावा एप के जरिए श्रद्धालु स्वास्थ्य शिविर, शौचालय एवं स्नानागार जैसी सुविधाओं के बार में जानकारी ले सकेंगे. साथ ही कोई समस्या होने पर एप के जरिए सहायता के लिए शिकायत कर सकते हैं. पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल ने बताया कि गैलेरी के लिंक के अंतर्गत फोटोग्राफ तथा वीडियो को समाहित किया गया है. श्रावणी मेला के उद्घाटन अवसर पर हंसराज रघुवंशी सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति देंगे. इस बार श्रद्धालुओं के लिए प्रतिदिन सांस्कृित कार्यक्रम आयोजिन करने का फैसला किया गया है.

बता दें कि देवघर जाने वाले श्रद्धालु भागलपुर जिले के सुल्तानगंज से दक्षिणीवाहिनी गंगा से गंगाजल लेकर देवघर स्थित बाबा धाम तक कांवड़ लिए पैदल आते हैं. जिसके बाद वे मंदिर पहुंचकर भगवान शिव पर जलार्पण करते हैं. कांवड़ यात्रा 14 जुलाई से प्रारंभ हो रही है जो करीब एक महीने चलेगी.

Last Updated : Jul 13, 2022, 7:41 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.