पटनाः बिहार लगातार पलायन का दर्द झेल रहा है. कोरोना महामारी (Corona Pandemic) की दूसरी लहर के डर से दूसरे राज्यों से बिहार लौटे लाखों की संख्या में मजदूर फिर से पलायन करने को मजबूर हैं. कोरोना के खौफ के कारण वे घर तो लौट गए थे, लेकिन पेट की मार ने झकझोर कर रख दिया. लिहाजा एक बार फिर मजदूरों का कारवां रोजी-रोटी की तलाश में दूसरे प्रदेशों के लिए रवाना हो रहा है.
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क्या हुआ तेरा वादा?
दूसरे प्रदेशों से बिहार लौटे प्रवासी मजदूरों (Migrant Laborers) को बिहार सरकार द्वारा रोजगार मिलने की उम्मीद पर पानी फिर गया. सरकार ने वादा तो किया, लेकिन जब रोजगार नहीं मिला तो वे फिर से इन्होंने परदेस का रुख कर लिया हैं. इन मजदूरों की माने तो जब महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात सहित अन्य राज्यों में जाकर मजदूरी करेंगे तभी परिवार का पेट भरेगा.
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पटना जंक्शन पर उमड़ी भीड़
कोरोना संक्रमण के कारण पटना जंक्शन (Patna Junction) पर यात्रियों की लगातार कम हो रही संख्या के बीच अचानक अब यात्रियों की भीड़ उमड़ पड़ी है. भारी संख्या में मजदूर यहां ट्रेन पकड़ने के लिए आ रहे हैं. मजदूरों ने ईटीवी भारत से अपना दर्द बताते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि बिहार सरकार (Bihar Government) की तरफ से रोजगार दिया जाएगा. लेकिन जब कुछ नहीं हुआ तो वे फिर से दूसरे राज्य और शहर जा रहे हैं.
सूरत में काम करने वाले अनवर ने कहा, 'अगर बिहार में ही काम मिल जाता तो, उन्हें बाहर जाना नहीं पड़ता. लेकिन परिवार का पेट भरने के लिए कमाना जरूरी है. इसलिए बाहर जा रहे हैं.'