पटना: देश में कोरोना का दूसरा लहर काफी तेजी से फैल रहा है, जिसके चलते दूसरे राज्यों से मजदूरों के घर लौटने का सिलसिला शुरू हो गया है. शनिवार को पटना जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर एक पर लोकमान्य तिलक गुवाहाटी एक्सप्रेस पहुंची तो सैकड़ों की संख्या में महाराष्ट्र से आये मजदूर उतरे. इन मजदूरों से ईटीवी भारत ने बातचीत की.
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भयावह है महाराष्ट्र में कोरोना की स्थिति
मजदूरों ने कहा कि महाराष्ट्र में कोरोना की स्थिति भयावह है. वहां कारखाने बंद हो गए हैं. लॉकडाउन लगा है. ऐसे में वहां रहने में रूम रेंट से लेकर हर चीज का खर्च लग रहा था. रोजगार का साधन नहीं था. वहां बैठने से अच्छा है कि अपने घर आकर बैठें. घर पर खेती-बाड़ी और मजदूरी करके अपना परिवार चलाएंगे.
ट्रेन चल रही है तो आसानी से घर आ गए
कई मजदूरों ने कहा कि पिछले साल देश में पूर्ण लॉकडाउन लगा दिया गया था. घर आने में काफी परेशानी हुई थी. अभी ट्रेनें चल रही हैं जिस कारण से आसानी से अपने घर आ गए हैं. पिछले साल लगे लॉकडाउन के बाद 5-6 महीने पहले ही काम पर वापस गए थे और एक बार फिर घर आना पड़ रहा है. मुंबई में काम करने वाले कई प्रवासी मजदूरों ने बताया कि घर पर रूखा-सूखा खाएंगे पर पिछले साल की तरह लॉकडाउन लगने पर परेशानी नहीं उठाएंगे.
6 माह में ही लौटना पड़ा
पिछली बार जब लॉकडाउन खुला था और स्थिति सामान्य हुई थी तब काफी मजदूर काम करने दूसरे राज्यों में गए थे. 6 महीने भी नहीं हुए, उन्हें एक बार फिर से घर आना पड़ रहा है. इसके साथ ही कई लोगों ने यह भी बताया कि उनके घर में शादी है. कई लोगों ने यह बताया कि गेहूं की कटाई शुरू हुई है, इस कारण लौटे हैं.
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