पटना: कोरोना संक्रमण की विपरीत परिस्थितियों के बाद भी आईआईटी पटना में इस बार बेहतर प्लेसमेंट देखने को मिला है. दुनिया भर की 16 कंपनियों ने यहां के 38 छात्रों का सेलेक्शन किया है. मोहित किशोर को माइक्रोसॉफ्ट की तरफ से 43.50 लाख रुपए प्रति वर्ष का पैकेज मिला है.
ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट ऑफिसर कृपा शंकर सिंह ने बताया कि एक अन्य छात्र को 33.50 लाख रुपए का पैकेज मिला है. दो छात्र को मीडिया नेट द्वारा 29.92 लाख रुपए का पैकेज दिया गया है. इसके अलावा चार प्रि-फाइनल ईयर के छात्र को गूगल ने इंटर्नशिप का ऑफर दिया है.
वर्चुअल मोड में हुआ प्लेसमेंट
इस साल प्लेसमेंट का पूरा प्रोसेस ऑनलाइन या वर्चुअल मोड में हुआ. कोरोना महामारी के कारण छात्र घर पर हैं, जिसके चलते कंपनियां कैंपस विजिट नहीं कर सकतीं. कुछ कंपनियों का तो यह भी मानना है कि ऑनलाइन प्रोसेस की वजह से कम पैसे में बेहतर टैलेंट सेलेक्ट करने में मदद मिलती है. सितंबर के पहले सप्ताह में प्लेसमेंट सेशन की शुरुआत की गई थी.
पहले भी हुआ है अच्छा प्लेसमेंट
इसके पहले भी आईआईटी पटना में बेहतर प्लेसमेंट हो चुके हैं. सितंबर में जापान की कंपनी राकुटिन ने एमटेक के अविनाश सिंह, निधि ठाकुर और राजीव रोशन को 59-59 लाख रुपए का पैकेज दिया था. बीटेक के सौरभ को माइक्रोसॉफ्ट ने 40 लाख रुपए का ऑफर दिया था.
कम्प्यूटर साइंस की पढ़ाई कर रहे हैं मोहित
पटना आईआईटी कैम्पस में इस बार सबसे ज्यादा पैकेज पाने वाले मोहित किशोर बीटेक से कम्प्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं. बिहार के गया जिले के मिडिल क्लास परिवार में जन्में मोहित के पिता का नाम किशोर कुमार सिन्हा और माता का नाम उषा सिन्हा है. मोहित के पिता बैंक में जॉब करते थे. वह अब सेवानिवृत्त हो गए हैं.
मोहित ने 10वीं की पढ़ाई पटना के दानापुर स्थित रेडियंट इंटरनेशनल स्कूल में और 12वीं की पढ़ाई होली मिशन सेकेंडरी स्कूल में की. पिता किशोर कुमार सिन्हा बताते हैं कि मोहित शुरू से ही पढ़ाई में अव्वल रहा है. स्कूल से लेकर कोचिंग में भी पढ़ाई में काफी अच्छा रहा. मोहित ने कहा कि मेरा सपना शुरू से ही माइक्रोसॉफ्ट में काम करने का था. मेरा सपना पूरा हुआ है.