पटनाः सरकार कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लगातार उपाय कर रही है और नई-नई गाइडलाइन जारी कर रही है. हालांकि इसके बावजूद राजधानी के मसौढ़ी नगर परिषद की लापरवाही सामने आयी है. जहां कोरोना काल में भी सफाई कर्मचारियों को मास्क, दस्ताना, सैनिटाइजर और जूते तक नहीं मुहैया कराए गये. जिससे इन पर कोरोना संक्रमण का खतरा बना हुआ है.
कोरोना से बचाव की नहीं की गयी व्यवस्था
कोरोना के संक्रमण काल में सभी परेशान और हताश हैं. इससे सुरक्षा के जरूरी कदम सरकार की तरफ से उठाने के निर्देश दिए गए है. कोरोना से बचाव के लिए हर कोई मास्क और सैनिटाइजर का प्रयोग कर रहा है. लेकिन साफ-सफाई की जिम्मेदार नगर परिषद खुद अपने कर्मचारियों के साथ लापरवाही बरत रही है. सफाई कर्मचारियों को न तो मास्क दिया गया है और ही न दस्ताने और जूते. ऐसे में कोरोना के संक्रमण का खतरा नगर परिषद के कर्मचारियों के लिए बढ़ गया है. जबकि सरकार ने कोरोना काल में सफाईकर्मियों को सबसे पहले सुरक्षित करने का निर्देश दिया था.
आउटसोर्सिंग के तहत सफाई के नाम पर लाखों रूपये कि निकासी अवैध रूप से की जा रही है. सफाई कार्य में जो संसाधन और उपकरण खरीद कर लगाने थे उसकी खरीद नहीं कर कम संसाधन में सफाई कार्य कर ज्यादा लेबर का बिल निकाला जा रहा है-सुनीता सिन्हा, पूर्व नगर अध्यक्ष
'सफाई कर्मचारियों को कोरोना के शुरूआत में ही सारी चीजें उपलब्ध करायी गयी थी. कर्मचारियों को मास्क लगाकर सफाई करने के लिए कहा गया है'-किशोर कुणाल, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद