पटना: बिहार की राजधानी पटना में दीपावली के बाद अब लोग छठ महापर्व की तैयारी में जुट गए हैं. बड़ी संख्या में दुकानें भी बाजार में सज (Market Ready for Chhath Puja in Patna) गई है और अब बाजारों में मिट्टी के चूल्हे और आम की लकड़ियों के साथ-साथ बांस से बने दउरा और सूप भी उपलब्ध हो गए हैं. साथ ही मिट्टी के कई अन्य प्रकार के बर्तन उपलब्ध हैं. इसका उपयोग छठ पूजा में किया जाता है. मिट्टी के चूल्हे और आम की लकड़ी का काफी महत्व है. इसके साथ ही छठ पूजा में इस्तेमाल होने वाली कई सामग्रियों की कीमत भी बढ़ गई है.
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आम की लकड़ी बिक रही मंहगीः छठ का प्रसाद मिट्टी के चूल्हे पर ही बनाया जाता है. माना जाता है कि मिट्टी का चूल्हा सबसे ज्यादा पवित्र होता है. इसी तरह आम की लकड़ी का जलावन के लिए प्रयोग किया जाता है. इसी लकड़ी पर छठ का प्रसाद तैयार होता है. आम की लकड़ी बेचने वाले भारी मात्रा में गांव से राजधानी पटना तक ले लकड़ी कटवा कर लाते हैं. लकड़ी बेचने वाले लोगों का कहना है कि इस बार इसकी कीमत काफी महंगी हो गई है. विक्रेताओं ने बढ़े हुए दाम पर इसे खरीदा है, इसलिए कीमत अधिक ले रहे हैं. आम की लकड़ी 120 से ₹150 प्रति पांच किलो की दर से बेचा जा रहा है.
100 रुपये से शुरू है मिट्टी के चूल्हे की कीमतः मिट्टी के चूल्हे की कीमत ₹100 से लेकर ₹150 तक रखी गई है. बाजार में मिट्टी के चूल्हे की कई दुकानें सज गई हैं. लोगों ने मिट्टी के चूल्हे और आम की लकड़ी की खरीदारी करनी शुरू कर दी है. अनिशाबाद से मार्केट में खरीदारी करने आई सुधा कुमारी कहती है कि इस बार छठ का बाजार मंहगा है. अभी हम लोग ट्राई कर रहे हैं, लेकिन छठ व्रत के लिए खरीदारी तो करनी होगी. मंहगाई कितनी भी हो कोई फर्क नहीं पड़ता है. यह महापर्व है और इसमें खर्च करना ही होता है. किसी भी तरह सादगी के साथ पर्व संपन्न हो जाए. इसको लेकर हम लोग खरीदारी करने आए हैं.
"इस बार छठ का बाजार मंहगा है. अभी हमलोगों ने खरीदारी शुरू ही की है. दाम कुछ भी हो छठ व्रत के लिए खरीदारी तो करनी होगी. मंहगाई कितनी भी हो कोई फर्क नहीं पड़ता है" - सुधा कुमारी, ग्राहक
दुकानदारों को ही महंगी मिल रही है लकड़ीः मंडी में मिट्टी के बर्तन और आम की लकड़ी बेचने वाली सुभद्रा देवी बताती है कि हम लोग पटना के बाहर से खरीदारी कर के लकड़ी लाए है. हमलोगों ने ही लकड़ी महंगी खरीदी है, इसलिए मंहगा बेच भी रहे हैं. अभी तो बाजार शुरू हुआ है. उम्मीद है कि अच्छी बिक्री होगी. लोग इस पर्व को बड़ी पवित्रता से मनाते हैं और इसीलिए आम की लकड़ी और मिट्टी के चूल्हे का उपयोग करते हैं. मिट्टी के बर्तन भी हम लोग बिक्री करते हैं. यहां पर जिस हाथी पर दीप लगा हुआ रहता है और उस हाथी की कीमत 300 से 400 रुपया रखा गया है. लोग इसे खरीद भी रहे हैं.
छठ पूजा को लेकर खरीदारी शुरूः कुल मिलाकर देखें तो राजधानी पटना में कई जगहों पर छठ पर्व से जुड़े सामान चाहे वह मिट्टी का चूल्हा हो, आम की लकड़ी हो, बांस की टोकरी हो या सूप, सभी सामग्रियों की बाजार में बिक्री शुरू हो गई है. इसके साथ ही लोग मिट्टी के बर्तनों की भी खरीदारी कर रहे हैं. साथ ही बाजारों में लोगों की भीड़ भी बढ़ने लगी है. इसके साथ ही पूजा सामग्रियों के दाम भी आसमान छूने लगे हैं.
"पटना के बाहर से खरीदारी कर के लकड़ी लाए है. हमलोगों ने ही लकड़ी महंगी खरीदी है, इसलिए मंहगा बेच भी रहे हैं. अभी तो बाजार शुरू हुआ है. उम्मीद है कि अच्छी बिक्री होगी" - सुभद्रा देवी, विक्रेता