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Thunderclap In Bihar: वज्रपात से मरने वालों की संख्या बढ़कर हुई 30, CM नीतीश ने जताया दुख.. 4-4 लाख के मुआवजे का ऐलान

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वज्रपात से हुई मौतों पर गहरा दुख जताया है. मृतकों के आश्रितों को 4-4 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है. साथ ही लोगों से आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी सुझावों का अनुपालन करने की अपील की है.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
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Published : Jul 16, 2023, 9:06 AM IST

पटना: बिहार में मानसून के साथ ही वज्रपात से मौत का सिलसिला जारी है. पिछले 11 जुलाई से 15 जुलाई तक 30 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. शनिवार यानी 15 जुलाई को भी वज्रपात से 12 जिलों के 17 लोगों की मौत हुई है. वज्रपात से रोहतास में पांच, औरंगाबाद में दो, बक्सर में दो, अरवल में एक, किशनगंज में एक, कैमूर में एक, वैशाली में एक, सिवान में एक, पटना में एक, अररिया में एक और सारण में भी एक व्यक्ति की मौत हुई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वज्रपात से मौत पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है.

ये भी पढ़ें: Watch Video : आकाशीय बिजली गिरने के बाद जमीन से निकलने लगा तेज धुंआ

वज्रपात से मौत पर सीएम ने जताया दुख: मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में वे प्रभावित परिवारों के साथ हैं. सीएम ने अविलंब मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रूपये अनुग्रह अनुदान देने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि सभी लोग खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें. खराब मौसम होने पर वज्रपात से बचाव के लिए आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किए गए सुझावों का अनुपालन करें. खराब मौसम में घरों में रहें और सुरक्षित रहें.

  • कल देर शाम से अब तक राज्य के रोहतास में 5, औरंगाबाद में 2, बक्सर में 2, अरवल में 1, किशनगंज में 1, कैमूर में 1, वैशाली में 1, सीवान में 1, पटना में 1, अररिया में 1 एवं सारण में 1 व्यक्ति की वज्रपात से मृत्यु दुःखद। मृतकों के आश्रितों को 4-4 लाख रु० अनुग्रह अनुदान दिया जाएगा। खराब…

    — Nitish Kumar (@NitishKumar) July 15, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

14 जुलाई को 9 लोगों की मौत: 11 जुलाई को भी वज्रपात से 4 लोगों की मौत हो गई थी. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार ही 11 जुलाई से 15 जुलाई तक 30 लोगों से अधिक की मौत हो चुकी है. हालांकि मरने वाले लोगों की संख्या इससे अधिक है. सरकार की ओर से वज्रपात से होने वाली मौत में मृतक के आश्रितों को ₹400000 दिया जा रहा है. ऐसी सरकार की ओर से वज्रपात सहित मानसून की सूचना देने के लिए सोशल मीडिया सहित अन्य आधुनिक टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जा रहा है लेकिन उसके बावजूद ग्रामीण इलाकों में लोगों तक सही समय में सूचना नहीं पहुंच पा रही है.

पटना: बिहार में मानसून के साथ ही वज्रपात से मौत का सिलसिला जारी है. पिछले 11 जुलाई से 15 जुलाई तक 30 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. शनिवार यानी 15 जुलाई को भी वज्रपात से 12 जिलों के 17 लोगों की मौत हुई है. वज्रपात से रोहतास में पांच, औरंगाबाद में दो, बक्सर में दो, अरवल में एक, किशनगंज में एक, कैमूर में एक, वैशाली में एक, सिवान में एक, पटना में एक, अररिया में एक और सारण में भी एक व्यक्ति की मौत हुई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वज्रपात से मौत पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है.

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वज्रपात से मौत पर सीएम ने जताया दुख: मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में वे प्रभावित परिवारों के साथ हैं. सीएम ने अविलंब मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रूपये अनुग्रह अनुदान देने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि सभी लोग खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें. खराब मौसम होने पर वज्रपात से बचाव के लिए आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किए गए सुझावों का अनुपालन करें. खराब मौसम में घरों में रहें और सुरक्षित रहें.

  • कल देर शाम से अब तक राज्य के रोहतास में 5, औरंगाबाद में 2, बक्सर में 2, अरवल में 1, किशनगंज में 1, कैमूर में 1, वैशाली में 1, सीवान में 1, पटना में 1, अररिया में 1 एवं सारण में 1 व्यक्ति की वज्रपात से मृत्यु दुःखद। मृतकों के आश्रितों को 4-4 लाख रु० अनुग्रह अनुदान दिया जाएगा। खराब…

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14 जुलाई को 9 लोगों की मौत: 11 जुलाई को भी वज्रपात से 4 लोगों की मौत हो गई थी. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार ही 11 जुलाई से 15 जुलाई तक 30 लोगों से अधिक की मौत हो चुकी है. हालांकि मरने वाले लोगों की संख्या इससे अधिक है. सरकार की ओर से वज्रपात से होने वाली मौत में मृतक के आश्रितों को ₹400000 दिया जा रहा है. ऐसी सरकार की ओर से वज्रपात सहित मानसून की सूचना देने के लिए सोशल मीडिया सहित अन्य आधुनिक टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जा रहा है लेकिन उसके बावजूद ग्रामीण इलाकों में लोगों तक सही समय में सूचना नहीं पहुंच पा रही है.

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