पटनाः पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए महा गठबंधन से अलग होने का निर्णय लिया है. पूर्व मुख्यमंत्री के इस निर्णय के बाद महा गठबंधन के नेता उन्हें मनाने में जुटे हुए हैं. वहीं, कांग्रेस सांसद अखिलेश सिंह का कहना हैं कि मांझी वरिष्ठ और सम्मानित नेता हैं. वह महागठबंधन में ही रहेंगे. उनकी कुछ अपनी निजी मांगे हो सकती है जिसके कारण वह आक्रोश में आकर बयान दिया होगा.
'मांझी को मना लेगी कांग्रेस'
कांग्रेस सांसद का कहना है कि महागठबंधन का दायरा बढ़ रहा है. अब महागठबंधन में वाम दल भी साथ जुट गए हैं. वहीं, मांझी के गठबंधन से अलग होने वाले बयान पर कांग्रेस आश्वस्त दिख रही है. उनका कहना है कि उनकी नाराजगी को दूर कर लिया जाएगा.
'मांझी बने रहेंगे महागठबंधन का अहम हिस्सा'
मामले में रालोसपा नेता अभिषेक झा का भी मानना है कि मांझी महागठबंधन का अहम हिस्सा बने रहेंगे. रालोसपा का मानना है कि कुछ परेशानी हुई होगी लेकिन सारी परेशानियों को समाप्त कर पूर्व मुख्यमंत्री को मना लिया जाएगा.
क्या है मामला?
गौरतलब है कि बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री मांझी ने कहा था कि महागठबंधन में उनकी अनदेखी हो रही है. महागठबंधन में कोआर्डिनेशन कमेटी बनाना तय हुआ था. लेकिन आज तक कोआर्डिनेशन कमेटी का कोई गठन नहीं हो पाया है. हमेशा महागठबंधन में कुछ भी बुरा होता है, तो उसका ठीकरा मेरे ऊपर ही फोड़ा जाता है.