पटनाः ब्राह्मणों को लेकर की गई टिप्पणी के बाद उपजे हालात को सामान्य करने के लिए बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी आवास पर ब्राह्मण-दलित भोज का आयोजन (Brahmin Bhoj At jitanram Manjhi Residence Patna) किया गया. भोज में कई जिलों के ब्राह्मण शामिल हुए. जिसके बाद पूर्व सीएम ने कहा (Manjhi Statement After Brahmin Bhoj) कि ब्राह्मण उनसे नाराज नहीं हैं, अगर नाराज होते तो उनके भोज में ये लोग नहीं आए होते.
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हालांकि, इसके बाद मांझी ने कहा कि उनके बयान को मीडिया के जरिए दुष्प्रचार किया गया. उन्होंने ब्राह्मणों के बारे में कुछ गलत नहीं कहा था. वे ब्राह्मणों का सम्मान करते हैं. मांझी ने कहा कि उन्होंने तो पुजारियों से कहा था कि अगर मांस-मदिरा का सेवन करेंगे तो उनसे कौन पूजा कराएगा. लेकिन इस भोज के बाद वे समझ गए हैं कि कोई ब्राह्मण उनसे नाराज नहीं हैं.
इस भोज में मांझी खुद ब्राह्मणों को दही चूड़ा परोसते नजर आए और साथ बैठकर खाना खाया. ब्राह्मणों को भोज खिलाने के बाद उन्हें दक्षिणा भी दिया गया. लेकिन इस दक्षिणा से ब्राह्मण खुश नहीं नजर आए. दरअसल, ब्राह्मण दूर के जिलों से भी आए थे. समस्तीपुर से आए ब्राह्मण ने कहा कि उन्हें दक्षिणा के रुप में 500 रुपये दिए गए हैं. लेकिन इससे ज्यादा तो आने-जाने में भाड़ा लग गया है. कम से कम एक हजार रुपया दक्षिणा देने की बात उन्होंने कही.
मौके पर कई अन्य ब्राह्मण नाराज भी दिखे. बाद में माहौल शांत हुए और भोज खाकर ब्राह्मण अपने-अपने घर को चले गए.
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