पटना: बिहार में फैले चमकी बुखार के कारण अबतक 168 बच्चों की मौत हो चुकी है. इस मसले पर अब खुलकर राजनीति शुरू हो गई है. विपक्ष ने तमाम मौतों का दोष राज्य और केंद्र सरकार के मत्थे मढ़ा है. पूर्व मुख्यमंत्री और हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने भी इसपर सरकार को घेरा है. उन्होंने केंद्र और राज्य के स्वस्थ्य मंत्रियों से इस्तीफा मांगा है. साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी नैतिकता के आधार पर इस्तीफा सौंपने को कहा है.
मांझी ने प्रेस कॉफ्रेंस कर कहा कि मुजफ्फरपुर में बच्चों की मौत का आंकड़ा हर दिन बढ़ता जा रहा है. सरकार इसपर जल्द काबू करने का दावा तो कर रही है लेकिन
जमीनी हकीकत अलग है. जीतन राम मांझी ने कहा है कि अगर केंद्र स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्द्धन ने 2014 में किए अपने वादे को पूरा किया होता तो आज स्थिति अलग होती.
व्यवस्था में चूक के कारण हो रही बच्चों की मौत
वहीं, मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सीएम ने अन्य जगहों पर करोड़ों रूपये खर्च किए. लेकिन, अस्पतालों को दुरुस्त करना भूल गए. पूर्व मुख्यमंत्री ने नीतीश सरकार पर संवेदनशील होने का आरोप लगाया. है. उन्होंने कहा कि राज्य के सरकारी अस्पतालों में ना डॉक्टर पर्याप्त है और ना ही व्यवस्था ठीक है. इसलिए सैकड़ों बच्चों की मौत हुई. ऐसे में स्वास्थय मंत्रियों को इस्तीफा देने चाहिए.
विकास का दिखावा करने का लगाया आरोप
प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार पर कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार का गरीबों से कोई लेना देना नहीं है. वह केवल कंस्ट्रक्शन का काम करवा रहे हैं, ताकि अपना नाम इतिहास में लिखवा सकें.