पटना: बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र (Monsoon Session of Bihar Legislature) के चौथे दिन स्वास्थ्य विभाग का अनुपूरक बजट पर चर्चा हुई. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे (Health Minister Mangal Pandey) ने इस दौरान बोलते हुए कहा कि कुल 3633 करोड़ की अनुपूरक बजट की मांग की गई है. जिसमें प्रधानमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना आयुष्मान भारत के लिए राज्य चिकित्सा महाविद्यालयों के लिए मिले पैसे के लिए राज्य का अंश साथ ही वेतन मद में खर्च होने वाला पैसा शामिल है जिसमें योजनामद में कुल 2231 करोड़ शेष गैर योजना मद की राशि है.
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मंगल पांडे ने कहा कि हम लोगों ने गांव तक बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने की जिम्मेदारी उठाई है और उसे हम लोग लागू करके रहेंगे. उन्होंने कहा कि देश चिकित्सा शिक्षा के दिशा में आगे बढ़ रहा है और उसी क्रम में हम भी काफी आगे गए हैं. मंत्री ने कहा कि पीएमसीएच में देश का सबसे बड़ा और विश्व का दूसरे सबसे बड़ा अस्पताल बनाने का काम बिहार सरकार कर रही है. 5462 बेड का अस्पताल बन रहा है, जो 5 सालों के भीतर बन जाएगा. साथ ही नालंदा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में 2500 बेड करने का प्रस्ताव रखा गया है.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि एसकेएमसीएच में 300 करोड़ की लागत से स्पेशल कैंसर इंस्टिट्यूट का निर्माण चल रहा है, जो इसी साल तैयार हो जाएगा. उन्होंने कहा कि इसके तैयार होने से बिहार में लगभग 1000 लोगों की एमबीबीएस की सीट में पढ़ाई बढ़ जाएगी. पूरे बिहार में मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों की संख्या लगातार बढ़ रही है और इसके बढ़ने से बिहार की पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था पटरी पर आएगी.
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार लगातार स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि हमने हमने ठान लिया है कि जो व्यवस्था इन लोगों (कांग्रेस-आरजेडी)ने 50 सालों में बनायी थी, उस व्यवस्था से बिहार को बाहर निकालेंगे और बिहार को बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था देंगे. इसी मिशन को हम लगातार आगे बढ़ा रहे हैं.
"हमने ठान लिया है कि जो व्यवस्था इन लोगों ने 50 वर्षों में बनायी थी, उस व्यवस्था से बिहार को बाहर निकालेंगे और बिहार को बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था देंगे"- मंगल पांडे, मंत्री, स्वास्थ्य विभाग
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मंगल पांडे ने कहा कि कोरोना के इलाज के लिए हम लोगों ने सतत प्रयास किया और हर तरीके की तैयारी हम लोगों ने रखा. ऑक्सीजन, दवाई और बेड सभी व्यवस्था का उपयोग हम लोगों ने किया. उन्होंने कहा कि 14 दिनों में जिस तरीके से हमारी व्यवस्था पर दबाव पड़ा, उसको लेकर निश्चित तौर पर व्यवस्था में थोड़ी सी परेशान हुई थी. लेकिन हम लोगों ने किसी को दिक्कत में नहीं रहने दिया. कोरोना की जांच का दायरा हम लोगों ने बढ़ाया और सीधे मुख्यमंत्री इस पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं.