पटना: बिहार में कोरोना की दूसरी लहर अब पूरी तरह से काबू में है. वहीं वैज्ञानिक और मेडिकल एक्सपर्ट तीसरी लहर (Third Wave of Corona) की संभावना जता रहे हैं. ऐसे में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर एक बार फिर से सवाल उठने लगे हैं. हालांकि स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे (Mangal Pandey) ने आश्वस्त किया है कि विभाग पूरी सजगता से तैयारियों में जुटा हुआ है. इस बार किसी तरह की कमी नहीं रहने दी जाएगी.
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हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा है कि कोरोना की दूसरी लहर के बाद आने वाली तीसरी लहर में आकस्मिक परिस्थितियों का सामना करने के लिए स्वास्थ्य विभाग सजग और तैयार है. इसके लिए आवश्यक चिकित्सीय उपकरणों के अलावे अन्य जरूरी संसाधन राज्य भर के सदर अस्पताल से लेकर पीएचसी तक उपलब्ध कराये जा रहे हैं, ताकि लोगों का बेहतर उपचार हो सके.
अस्पतालों को उपकरण उपलब्ध
मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य के सभी सदर अस्पतालों के लिए प्रति अस्पताल 40 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन, 60 डी टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर, 10 बाइपैप मशीन, अनुमंडलीय अस्पतालों के लिए 25 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, 35 डी टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर, 5 बाइपैप मशीन, सामुदायिक स्वास्थ्य केंदों के लिए 10 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और 20 बी टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रां के लिए 5 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और 10 बी टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर एवं अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के लिए 2 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और 2 बी टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराया गया है.
पल्स ऑक्सीमीटर रखने का निर्देश
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इसके साथ ही हेल्थ सब सेंटर को छोड़कर तमाम स्तरों के अस्पतालों के वाह्य रोगी कक्ष में आवश्यकतानुसार पल्स ऑक्सीमीटर रखने का निर्देश दिया गया है. इसके अलावे गृह भ्रमण के दौरान आशा कार्यकर्ता पल्स ऑक्सीमीटर से लोगों के ऑक्सीजन की परिपूर्णता मापने का काम करेंगी.
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119 स्थानों पर पीएसए प्लांट
मंगल पांडेय ने कहा कि इंफ्रा रेड थर्मामीटर की उपलब्धता सभी जिलों में है. इसका उपयोग संक्रमण के दौरान बस अड्डा, रेलवे स्टेशन और कोविड अस्पताल में किया जाना है. वहीं राज्य के 119 स्थानों पर पीएसए ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं. इसमें सभी मेडिकल काॅलेज सह अस्पताल, सभी सदर अस्पताल सहित विभिन्न अनुमंडलीय अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं रेफरल अस्पताल शामिल हैं.