पटनाः राज्य में आज से कोरोना जांच का काम और साथ ही स्वास्थ्य सेवा बुरी तरह से प्रभावित हो रही है. इसकी वजह ये है कि प्रदेश के 27,000 संविदा स्वास्थ्य कर्मी होम आइसोलेशन पर चले गए हैं. स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल पर जाने से राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था पर व्यापक असर पड़ा है. वहीं राज्य सरकार ने हड़ताली कर्मचारियों से मानवता की रक्षा के लिए वापस लौटने का अनुरोध किया है.
ये भी पढ़ें : कोरोना संक्रमण काल में सुरक्षित रहकर लोगों की मदद करने की जरूरत: तारकिशोर
हितों की चिंता करेगी सरकारओ
बिहार में संविदा पर बहाल 27000 कर्मी हड़ताल पर चले गए हैं. स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल पर जाने से कोरोना वायरस टीकाकरण का काम प्रभावित है. तमाम स्वास्थ्य कर्मियों ने होम आइसोलेशन में जाने की घोषणा कर दी है. हड़ताल पर जाने वालों में फार्मासिस्ट, एएनएम, लैब टेक्नीशियन, डाटा एंट्री ऑपरेटर आदि शामिल हैं. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा है कि सरकार संविदा कर्मियों के हितों को लेकर चिंतित है.
इसे भी पढ़ें: बिहार: 27000 स्वास्थ्यकर्मी आज से होम आईसोलेशन में, स्वास्थ्य सेवाओं पर संकट
मांगों पर विचार का आश्वासन
मंगल पांडे ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव पूरे मामले को देख रहे हैं. ये बीमारी नहीं महामारी का वक्त है. एक-एक मिनट लोगों के जानमाल की रक्षा में लगाया जाना चाहिए. स्वास्थ्य कर्मियों से मैं अनुरोध करना चाहूंगा कि वह हड़ताल पर से शीघ्र काम पर वापस लौटे जायें. उनकी मांगों को लेकर सरकार सहानुभूति पूर्वक विचार कर रही है.