पटना: बिहार में कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव (Kurhni Assembly By Election) 5 दिसंबर को होना है और अब चुनाव प्रचार में बहुत ज्यादा समय नहीं रह गया है. ऐसे में महागठबंधन की तरफ से पूरी ताकत अब लगाई जा रही है. कुढ़नी उपचुनाव को लेकर आज महागठबंधन के सभी सातों दलों के नेताओं ने आरजेडी कार्यालय में (Mahagathbandhan Meeting In RJD Office Patna) जगदानंद सिंह की अध्यक्षता में बैठक की. जिसमें जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा (JDU State President Umesh Kushwaha) भी शामिल हुए. बैठक के बाद उमेश कुशवाहा ने कहा कि महागठबंधन की एकजुटता को लेकर रणनीति तैयार हुई है. उपचुनाव प्रचार में महागठबंधन के सभी बड़े नेता जा रहे हैं तो बेहतर तालमेल कैसे हो इसके लिए यह बैठक की गई है.
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'महागठबंधन के प्रत्याशी मनोज कुशवाहा वहां चुनाव जीत रहे हैं और इससे बीजेपी सदमे में है बीजेपी के पास कोई मुद्दा नहीं है. कुढ़नी चुनाव प्रचार में आज डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, जीतन राम मांझी, ललन सिंह और अब्दुल बारी सिद्धकी की संयुक्त सभा हुई है और 2 दिसंबर को तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ भी चुनाव प्रचार करने जाएंगे. चुनाव प्रचार का जो समय बच गया है उसमें महागठबंधन के वरिष्ठ नेताओं को बेहतर ढंग से चुनाव प्रचार में कैसा उतारा जाए, बैठक में चर्चा हुई है.' - उमेश कुशवाहा, जदयू अध्यक्ष, बिहार
5 दिसंबर को कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव : गौरतलब है कि बिहार में कुढ़नी उपचुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी तेज हो गई है. ऐसे तो जेडीयू ने पहले से ही अपने मंत्रियों की पूरी फौज यहां उतार दी है. विधायक और पार्टी के वरिष्ठ नेता लगातार चुनाव प्रचार कर रहे हैं. लेकिन उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अभी तक चुनाव प्रचार से दूरी बना रखी थी. अब तेजस्वी यादव ललन सिंह के साथ चुनाव प्रचार (Campaign program of Tejashwi Yadav and Lalan Singh) में जाएंगे. साथ ही जीतन राम मांझी और अब्दुल बारी सिद्दकी भी साथ रहेंगे. तेजस्वी यादव का कार्यक्रम 2 दिसंबर को भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ कुढ़नी में है. कुढ़नी में 5 दिसंबर को मतदान होना है. ऐसे में अब चुनाव प्रचार के लिए बहुत ज्यादा समय बचा नहीं है. अंतिम समय में महागठबंधन के शीर्ष नेताओं ने अपनी ताकत झोंकने का फैसला लिया है. कुढ़नी में मुख्य मुकाबला बीजेपी और जेडीयू के बीच है. वैसे तो यह आरजेडी का सीटिंग सीट था, लेकिन आरजेडी ने सीट जेडीयू को दिया है.
कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव पर सबकी निगाहें टिकी : बता दें कि 2015 में भाजपा के केदार गुप्ता को 73227 यहां वोट मिले थे तो जदयू के मनोज कुशवाहा को 61657 मत मिले थे. मतों का अंतर 11570 था. 42.33% वोट बीजेपी को मिला था जबकि जदयू को 36% वोट हासिल हुआ था. 2015 के चुनाव में भी महागठबंधन के साथ 6 घटक दल थे. समाजवादी पार्टी, जनता दल यूनाइटेड, राष्ट्रीय जनता दल, जनता दल सेकुलर, भारतीय राष्ट्रीय लोक दल और समाजवादी जनता पार्टी राष्ट्रीय का नाम सूची में शामिल था. 2020 के विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन एकजुट था. नीतीश कुमार का भाजपा के साथ गठबंधन था. भाजपा के केदार गुप्ता राजद के अनिल सहनी से 800 वोटों से चुनाव हार गए थे. अनिल सहनी की सदस्यता रद्द हो गई फिर उपचुनाव की नौबत आ गई. भाजपा ने फिर से केदार गुप्ता पर ही दांव लगाया है. पार्टी ने केदार गुप्ता को जीत दिलाने के लिए पूरी ताकत झोंक रखी है. पार्टी के तमाम बड़े नेता मुजफ्फरपुर में कैंप कर रहे हैं.