नई दिल्ली/पटना: जेडीयू नेता माधव आनंद (Madhav anand) ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (RJD Tejashwi Yadav) के उस दावे को आधारहीन बताया, जिसमें उन्होंने अगले 2-3 महीने में सरकार गिरने की बात कही थी. माधव ने कहा कि 2 महीने तक गायब रहने के बाद तेजस्वी बिहार आए हैं. लिहाजा वे अपनी नाकामियों से जनता का ध्यान भटकाने के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं.
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नाकामी छिपाने के लिए बयानबाजी
माधव आनंद ने कहा कि कोरोना काल, चमकी बुखार का कहर और बाढ़ समेत तमाम मुश्किल वक्त में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बिहार से गायब हो जाते हैं. जब जनता को उनकी जरुरत रहती है तो उनकी सेवा करने के बजाय नदारद रहते हैं. जब समस्या समाप्त हो जाती है, तब तेजस्वी प्रकट होते हैं. इस तरह का नाटक कब तक करते रहेंगे? मीडिया भी तेजस्वी को अब सीरियसली नहीं ले रहा है.
कार्यकाल पूरा करेगी सरकार
जेडीयू नेता ने कहा कि 2 महीने तक गायब रहने के बाद तेजस्वी बिहार आए हैं. मैं उनसे कहना चाहता हूं कि नीतीश कुमार की ये सरकार लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई है. एनडीए को पूर्ण बहुमत है. यह सरकार पूरे पांच साल तक चलेगी और 2025 में भी बिहार में फिर से हमारी सरकार बनेगी.
'लोगों का दिल जीतना सीखें'
माधव आनंद ने कहा कि अगर भविष्य में तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनना है तो पहले जनता की सेवा करना सीखें, उनका दिल जीतना सीख लें. उन्होंने कहा कि आरजेडी (RJD) के शासनकाल में ‘भूरा बाल साफ करो’ का नारा दिया जाता था. उनको पता होना चाहिए कि इसी कारण सवर्ण समाज हमेशा आरजेडी के खिलाफ रहा है. आपको मुख्यमंत्री बनना है तो सबसे पहले आपको सवर्ण समाज को अपनी तरफ करना होगा. इसके बिना आप मुख्यमंत्री कभी नहीं बन पाएंगे.
क्या कहा था तेजस्वी ने?
दरअसल, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव शुक्रवार को अपने विधानसभा क्षेत्र राघोपुर के दौरे पर थे. वहां के लोग उन्हें अपनी समस्या बता रहे थे. इसी दौरान तेजस्वी ने कहा- "चिंता मत कीजिए, दो-तीन महीने में नीतीश कुमार की ये सरकार गिर जाएगी".
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तेजस्वी के दावे का आधार
आपको बता दें कि पिछले कुछ समय से पूर्व सीएम जीतनराम मांझी (Jitan Ram Manjhi) और मुकेश सहनी (Mukesh Sahni) के बयानों से ये अटकलें लगाई जा रही हैं कि दोनों एनडीए में खुश नहीं है. ये भी चर्चा है कि दोनों नेता लालू यादव और आरजेडी के संपर्क में हैं. तेजस्वी को उम्मीद है कि दोनों आने वाले दिनों में महागठबंधन के साथ आ सकते हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में मांझी-सहनी तेजस्वी के साथ ही थे.
विधानसभा का गणित
वैसे 243 (एक सीट खाली रखने के कारण फिलहाल 242) सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी-74, जेडीयू-45, हम- 4, वीआईपी-4 और एक निर्दलीय समेत एनडीए के पास 128 विधायक हैं. जबकि महागठबंधन के विधायकों की संख्या 110 है. जिनमें आरजेडी-75, कांग्रेस-19 और वाम दल के 16 एमएलए हैं. वहीं एमआईएमआईएम के 5 विधायक हैं.