पटना: बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि सिर्फ कमजोरों पर कार्रवाई की जाती है. गजेंद्र झा को बीजेपी से निष्कासित कर दिया गया लेकिन मांझी (Jitan Ram Manjhi Controversial Statement) के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Madan Mohan Jha Attack On Nitish Kumar) पर भी हमला किया है. नीतीश की समाज सुधार यात्रा को लेकर उन्होंने कहा कि इससे बिहार को कुछ फायदा होने वाला नहीं है.
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मदन मोहन झा ने कहा कि जिस तरह से भ्रष्टाचार बढ़ रहा है, अधिकारियों की मनमानी बढ़ रही है, निश्चित तौर पर सबसे पहले उस पर नकेल कसने की जरूरत है. मुख्यमंत्री की इस यात्रा से कुछ नहीं होने वाला है.
"जिनको जनता से प्रेम नहीं है, जो अपने में लगे रहते हैं, पहले सीएम उनको सुधारे. जनता में अपने आप सुधार हो जाएगा. इस यात्रा से कोई फायदा नहीं होगा. नौंवा दौरा हो या उन्नीसवां कोई लाभ नहीं होगा. अपनों और परायों में फर्क करना बंद करें. हजारों करोड़ का शराब का कारोबार कोई छोटा आदमी नहीं कर सकता है. बड़े लोगों को पकड़ने की जरूरत है."- मदन मोहन झा, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष
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प्रदेश अध्यक्ष ने सीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि 'खुलेआम बिहार में शराब ( Congress State President On Liquor) मिल रही है. शुरुआती दौर में जीविका दीदी की तरफ से जब अभियान चलाया गया था तो शराबबंदी को लेकर बिहार में कुछ न कुछ कड़ाई देखने को मिली. जब बड़े लोग ही शराब की तस्करी करने लगे, तब जाकर सरकार ने भी ढील छोड़ दी. अब आलम यह है कि लाख कोशिशों के बाद भी शराबबंदी कानून पूरी तरह से लागू नहीं हो सका है. जो बड़े शराब तस्कर हैं, उन पर सरकार नकेल कसने में कामयाब नहीं हो रही है.'
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वहीं जीतन राम मांझी के विवादास्पद बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए मदन मोहन झा ने कहा कि जिस तरह से भाजपा नेता को पार्टी से निष्कासित किया गया है, वह सही नहीं है. छोटी मछलियों पर कार्रवाई की जाती है. कार्रवाई अगर करना था तो मांझी जी भी एनडीए गठबंधन में ही थे, उन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए थी. किन हालातों में उन्होंने इस तरह का बयान दिया था. उस पर एकतरफा कार्रवाई उचित नहीं है.
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बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) की जीभ काटने पर 11 लाख रुपए के इनाम की घोषणा करने वाले बीजेपी नेता गजेन्द्र झा (BJP Leader Gajendra Jha) पर गाज गिरी है. बीजेपी ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया है. उनको 15 दिनों के अंदर अपना स्पष्टीकरण मधुबनी जिला कार्यालय को देना होगा.
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दरअसल, मांझी ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि 'आप लोग माफ कीजिएगा. हम सबलोग को कहते हैं कि आजकल हमारे गरीब तबके के लोगों में धर्म की प्रासंगिकता ज्यादा आ रही है. सत्यनारायण पूजा का हमलोग नाम भी नहीं जानते थे, लेकिन हर जगह हमलोग के टोला में सत्यनारायण स्वामी की पूजा हो रही है. इतना भी लाज नहीं लगता है हमलोगों को कि पंडित @$#&#@ कहता है कि नहीं खाएंगे बाबू आप लोग पैसे दे दीजिए."
हालांकि विवाद बढ़ने के बाद मांझी ने माफी भी मांग ली थी. उन्होंने कहा, "हम अपने समाज के लिए 'हरामी' शब्द का इस्तेमाल किया था. पंडित जी के लिए नहीं किया था. अगर इसमें कहीं गलतफहमी हो गई हो तो हम इसके लिए माफी चाहते हैं. लेकिन हम अपने समाज के लिए कहा था कि ऐसे आप लोग हो गए हैं कि अपने देवता को छोड़कर दूसरे का पूजा कराते हैं. उसमें भी शर्म आना चाहिए कि आपके यहां जो नहीं खाने वाले हैं, उनसे आपलोग पूजा कराते हैं."
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