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कोरोना के कारण विधान परिषद चुनाव पर ग्रहण, सभापति समेत कई मंत्रियों का कार्यकाल 7 मई को हो रहा खत्म - Lockdown

विधानसभा कोटे के 9 सीटों का चुनाव भी होना था लेकिन यह भी स्थगित हो गया है. सभी सीटें जदयू और भाजपा कोटे की हैं लेकिन इस बार चुनाव में आरजेडी को तीन और कांग्रेस को एक सीट का लाभ मिलेगा.

Legislative Council Election may delay due to Corona
patna
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Published : Apr 13, 2020, 7:10 PM IST

Updated : Apr 13, 2020, 8:02 PM IST

पटना: कोरोना वायरस का खतरा बिहार विधान परिषद के होने वाले चुनाव पर भी मंडरा रहा है. बिहार में शिक्षक और स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से चार-चार सीटों पर चुनाव होने थे, वहीं विधानसभा कोटे से 9 सीटों पर चुनाव होने थे, लेकिन कोरोना के कारण इन चुनावों को स्थगित कर दिया गया.

17 विधान पार्षदों का कार्यकाल 7 मई को खत्म हो रहा है. इसमें कार्यकारी सभापति हारून रशीद भी शामिल हैं. ऐसे में सभापति पद की जिम्मेदारी किसी नए सदस्य को देने की चर्चा भी शुरू है. बिहार विधान परिषद में स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से जदयू मंत्री नीरज कुमार, जदयू के विधान पार्षद दिलीप चौधरी, बीजेपी के विधान पार्षद देवेश चंद्र ठाकुर और एन के यादव का कार्यकाल 7 मई को खत्म हो रहा है. वहीं शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से बीजेपी के नवल किशोर यादव, सीपीआई के केदारनाथ पांडे और संजय कुमार सिंह, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा का भी कार्यकाल 7 मई को खत्म हो जायेगा.

देखें रिपोर्ट.

कोरोना के कारण चुनाव स्थगित
शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के 4 और स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के 4 यानी कुल 8 सीटों पर चुनाव होने थे. चुनाव को लेकर तैयारी जोर शोर से चल रही थी. उम्मीदवारों का प्रचार भी चरम पर था, लेकिन लॉकडाउन के कारण चुनाव स्थगित हो गया है. कब तक चुनाव होंगे, इसका अभी कुछ पता नहीं है. मंत्री नीरज कुमार का कहना है कोरोना को हराने के लिए चुनाव स्थगित किया गया है. पहले जीवन बचाना जरूरी है, तभी विधायिकी बचेगी.

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मंत्री नीरज कुमार

7 मई को खत्म हो रहा कार्यकाल
सभापति के सवाल पर नीरज कुमार ने कहा कि यह नेताओं को तय करना है. वहीं, बीजेपी विधान पार्षद नवल किशोर यादव का कहना है कि चुनाव के लिए हमलोग हमेशा तैयार हैं. बता दें कि विधानसभा कोटे से कार्यकारी सभापति हारून रशीद, हीरा प्रसाद बिंद, सतीश कुमार, पीके शाही, सोनेलाल मेहता, अशोक चौधरी सभी जदयू सदस्यों का कार्यकाल भी 7 मई को खत्म हो रहा है. वहीं बीजेपी के कृष्ण कुमार, संजय प्रकाश और राधा मोहन शर्मा का भी कार्यकाल 7 मई को ही समाप्त हो जाएगा.

कई बड़े नाम शामिल
विधानसभा कोटे के 9 सीटों का चुनाव भी होना था लेकिन यह भी स्थगित हो गया है. सभी सीटें जदयू और भाजपा कोटे की हैं लेकिन इस बार चुनाव में आरजेडी को तीन और कांग्रेस को एक सीट का लाभ मिलेगा. सभापति कार्यकारी सभापति हारून रशीद के कार्यकाल समाप्त होने पर यह चर्चा है कि किसी नए सदस्य को सभापति की जिम्मेदारी दी जा सकती है. कई नामों पर कयास भी लगने लगे हैं. चूंकि विधानसभा अध्यक्ष का पद जदयू के पास है, इसलिए विधान परिषद के सभापति का पद बीजेपी के खाते में जा सकता है. इसलिए पूर्व सभापति अवधेश नारायण सिंह का नाम भी चर्चा में है. मुख्यमंत्री ने पहले भी इन्हें सभापति बनाये जाने का संकेत दिया था, लेकिन कुछ विवादों के कारण सभापति नहीं बन सके थे. ऐसे मंत्री विनोद नारायण झा के नाम पर भी चर्चा है.

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बीजेपी विधान पार्षद नवल किशोर यादव

विधानपरिषद में है 75 सीट
बता दें कि बिहार में विधान परिषद के 75 सदस्यों में से विधानसभा कोटे से 27, स्थानीय निकाय कोटे से 24, शिक्षक और स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से 12 सदस्यों का चुनाव होता है. साथ ही राज्यपाल के मनोनयन से भी 12 सदस्य सदन में आते हैं. राज्यपाल सरकार की अनुशंसा पर मनोनीत सदस्यों पर सहमति देते हैं. इस बार 12 सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है. फिलहाल तीन महत्वपूर्ण सदस्यों पर नजर है. इनमें मंत्री नीरज कुमार, मंत्री अशोक चौधरी और कार्यकारी सभापति हारून रशीद हैं.

पटना: कोरोना वायरस का खतरा बिहार विधान परिषद के होने वाले चुनाव पर भी मंडरा रहा है. बिहार में शिक्षक और स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से चार-चार सीटों पर चुनाव होने थे, वहीं विधानसभा कोटे से 9 सीटों पर चुनाव होने थे, लेकिन कोरोना के कारण इन चुनावों को स्थगित कर दिया गया.

17 विधान पार्षदों का कार्यकाल 7 मई को खत्म हो रहा है. इसमें कार्यकारी सभापति हारून रशीद भी शामिल हैं. ऐसे में सभापति पद की जिम्मेदारी किसी नए सदस्य को देने की चर्चा भी शुरू है. बिहार विधान परिषद में स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से जदयू मंत्री नीरज कुमार, जदयू के विधान पार्षद दिलीप चौधरी, बीजेपी के विधान पार्षद देवेश चंद्र ठाकुर और एन के यादव का कार्यकाल 7 मई को खत्म हो रहा है. वहीं शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से बीजेपी के नवल किशोर यादव, सीपीआई के केदारनाथ पांडे और संजय कुमार सिंह, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा का भी कार्यकाल 7 मई को खत्म हो जायेगा.

देखें रिपोर्ट.

कोरोना के कारण चुनाव स्थगित
शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के 4 और स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के 4 यानी कुल 8 सीटों पर चुनाव होने थे. चुनाव को लेकर तैयारी जोर शोर से चल रही थी. उम्मीदवारों का प्रचार भी चरम पर था, लेकिन लॉकडाउन के कारण चुनाव स्थगित हो गया है. कब तक चुनाव होंगे, इसका अभी कुछ पता नहीं है. मंत्री नीरज कुमार का कहना है कोरोना को हराने के लिए चुनाव स्थगित किया गया है. पहले जीवन बचाना जरूरी है, तभी विधायिकी बचेगी.

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मंत्री नीरज कुमार

7 मई को खत्म हो रहा कार्यकाल
सभापति के सवाल पर नीरज कुमार ने कहा कि यह नेताओं को तय करना है. वहीं, बीजेपी विधान पार्षद नवल किशोर यादव का कहना है कि चुनाव के लिए हमलोग हमेशा तैयार हैं. बता दें कि विधानसभा कोटे से कार्यकारी सभापति हारून रशीद, हीरा प्रसाद बिंद, सतीश कुमार, पीके शाही, सोनेलाल मेहता, अशोक चौधरी सभी जदयू सदस्यों का कार्यकाल भी 7 मई को खत्म हो रहा है. वहीं बीजेपी के कृष्ण कुमार, संजय प्रकाश और राधा मोहन शर्मा का भी कार्यकाल 7 मई को ही समाप्त हो जाएगा.

कई बड़े नाम शामिल
विधानसभा कोटे के 9 सीटों का चुनाव भी होना था लेकिन यह भी स्थगित हो गया है. सभी सीटें जदयू और भाजपा कोटे की हैं लेकिन इस बार चुनाव में आरजेडी को तीन और कांग्रेस को एक सीट का लाभ मिलेगा. सभापति कार्यकारी सभापति हारून रशीद के कार्यकाल समाप्त होने पर यह चर्चा है कि किसी नए सदस्य को सभापति की जिम्मेदारी दी जा सकती है. कई नामों पर कयास भी लगने लगे हैं. चूंकि विधानसभा अध्यक्ष का पद जदयू के पास है, इसलिए विधान परिषद के सभापति का पद बीजेपी के खाते में जा सकता है. इसलिए पूर्व सभापति अवधेश नारायण सिंह का नाम भी चर्चा में है. मुख्यमंत्री ने पहले भी इन्हें सभापति बनाये जाने का संकेत दिया था, लेकिन कुछ विवादों के कारण सभापति नहीं बन सके थे. ऐसे मंत्री विनोद नारायण झा के नाम पर भी चर्चा है.

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बीजेपी विधान पार्षद नवल किशोर यादव

विधानपरिषद में है 75 सीट
बता दें कि बिहार में विधान परिषद के 75 सदस्यों में से विधानसभा कोटे से 27, स्थानीय निकाय कोटे से 24, शिक्षक और स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से 12 सदस्यों का चुनाव होता है. साथ ही राज्यपाल के मनोनयन से भी 12 सदस्य सदन में आते हैं. राज्यपाल सरकार की अनुशंसा पर मनोनीत सदस्यों पर सहमति देते हैं. इस बार 12 सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है. फिलहाल तीन महत्वपूर्ण सदस्यों पर नजर है. इनमें मंत्री नीरज कुमार, मंत्री अशोक चौधरी और कार्यकारी सभापति हारून रशीद हैं.

Last Updated : Apr 13, 2020, 8:02 PM IST
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